पुलिस के अनुसार भरतपुर नदबई के लोहासा निवासी सौरभ शर्मा के गिरफ्त में आते ही उसके अपराधों का काला चिट्ठा खुलने लगा है। सौरभ भरतपुर के लाखनपुर के बेरोजगार युवाओं पर अपने आईएएस होने का रौब झाड़ते हुए आरपीएससी के जरिए भर्ती का झांसा दे चुका है। भरतपुर जिला पुलिस ने भी गत दिनों उसके खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी को मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसको एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए गए।
पांच कलक्टर को कॉल सौरभ ने न केवल अजमेर एडीएम सिटी को कॉल करके रौब झाड़ा बल्कि बेरोजगारों पर विश्वास जमाने के लिए उसने पांच कलक्टर को भी कॉल किए। सूत्रों के मुताबिक इसमें भरतपुर, दौसा समेत प्रदेश के तीन अन्य जिले के कलक्टर शामिल हैं। पुलिस अब सौरभ के मोबाइल की सीडीआर से प्रभावित लोगों की सूची खंगालने में जुटी है। पुलिस सूची से यह जानने का प्रयास कर रही है कि सौरभ ने किन-किन लोगों को कॉल किया और कितनों को शिकार बनाया।
भरतपुर एसपी ने नहीं दिया जवाब
आरपीएससी को फर्जी आईएएस सौरभ ने दो लिफाफों में फर्जी दस्तावेज भेज थे। इस संबंध में आरपीएससी की ओर से कुछ माह पहले भरतपुर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा गया था लेकिन भरतपुर पुलिस की ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया।
आरपीएससी को फर्जी आईएएस सौरभ ने दो लिफाफों में फर्जी दस्तावेज भेज थे। इस संबंध में आरपीएससी की ओर से कुछ माह पहले भरतपुर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा गया था लेकिन भरतपुर पुलिस की ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया।
नौटंकीबाज भी पुलिस की गिरफ्त में आया सौरभ पिछले चौबीस घंटे में दो-तीन मर्तबा तबीयत बिगडऩे का नाटक कर सदर कोतवाली थाना पुलिस की सांसें फुला चुका है। पुलिस ने आरोपी का जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिकल भी करवाया है।
इनका कहना है…
आरोपी की सीडीआर खंगाली जा रही है। इससे उसकी और से किए गए कॉल और जालसाजी का शिकार होने वालों का पता लगाया जा सकेगा। कुछ प्रकरण सामने आए है। मामले में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
आरोपी की सीडीआर खंगाली जा रही है। इससे उसकी और से किए गए कॉल और जालसाजी का शिकार होने वालों का पता लगाया जा सकेगा। कुछ प्रकरण सामने आए है। मामले में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
-डॉ. प्रियंका, पुलिस उप अधीक्षक(उत्तर)