अजमेर. पीएम नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन पर ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में मंगलवार को चावल, देशी घी और सूखे मेवे से निर्मित चार हजार किलो लंगर तैयार किया गया। यह लंगर जायरीन और जरूरतमंदों को वितरित किया जाएगा।खादिम सैयद अफशान चिश्ती ने बताया कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह स्थित बड़ी देग में इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन और चिश्ती फाउंडेशन के तत्वावधान में चावल, शुद्ध घी और सूखे मेवे से लंगर बनाया गया। लंगर को जायरीन और जरुरतमंदों को वितरित किया जाएगा। दरगाह में प्रधानमंत्री मोदी की शांति, एकता और भलाई से जुड़े प्रयासों के लिए विशेष दुआ की गई। कुरान के पाठ, सूफियाना कलाम पेश किए गए।
500 साल से पक रही देग
दरगाह में 15 वीं शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर ने बड़ी देग और 16 वीं शताब्दी में जहांगीर ने छोटी देग दान की थी। दोनों देग में पिछले 500 साल से तबर्रुक (प्रसाद) तैयार हो रहा है। घी, मेवे युक्त मीठा दलिया-चावल तैयार कर जरुरतमंदों, जायरीन में वितरित किया जाता है।