कोरोना संक्रमण के चलते 14 अप्रेल से 1 जून तक लॉकडाउन रहा। इस दौरान कॉलेज और यूनिवर्सिटी में 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहे। सत्र 2021-22 की शुरुआत 1 जुलाई से हो चुकी है। लेकिन 43 दिन से विभागों में सिर्फ शिक्षक और अशैक्षणिक कार्मिक ही दिख रहे हैं। राजस्थान पत्रिका ने शहर की कॉलेज और मदस विवि परिसरों का जायजा लिया तो हालात कुछ यूं नजर आए।
दोपहर 1.50 बजे: एसपीसी-जीसीए
करीब 8500 विद्यार्थियों और 180 से ज्यादा शिक्षकों वाले सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। साल 2019 तक सत्रारम्भ से दाखिलों, छात्रसंघ चुनाव और शैक्षिक कार्यक्रमों की धूम रहती थी। कोरोना संक्रमण से लगातार दूसरे साल कैंपस में विद्यार्थियों की रौनक नजर नहीं आई। साइंस, आट्र्स और कॉमर्स ब्लॉक में शिक्षक विभागवार कमरों में बैठे दिखे। कुछ कक्षाओं में रंग-रोगन और मरम्मत कार्य भी चलता दिखा।
करीब 8500 विद्यार्थियों और 180 से ज्यादा शिक्षकों वाले सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। साल 2019 तक सत्रारम्भ से दाखिलों, छात्रसंघ चुनाव और शैक्षिक कार्यक्रमों की धूम रहती थी। कोरोना संक्रमण से लगातार दूसरे साल कैंपस में विद्यार्थियों की रौनक नजर नहीं आई। साइंस, आट्र्स और कॉमर्स ब्लॉक में शिक्षक विभागवार कमरों में बैठे दिखे। कुछ कक्षाओं में रंग-रोगन और मरम्मत कार्य भी चलता दिखा।
दोपहर 1.15 बजे- राजकीय कन्या महाविद्यालय
करीब 3 हजार से ज्यादा छात्राओं और 40 से ज्यादा शिक्षकों वाले राजकीय कन्या महाविद्यालय का परिसर भी सूना नजर आया। गलियारों में एक-दो छात्राएं परीक्षा फॉर्म की हार्ड कॉपी जमा कराने के बाद वापस लौटती दिखीं। कुछ छात्राएं दाखिलों को लेकर पूछताछ करने आई। कॉलेज में सिर्फ शिक्षक और मंत्रालयिक कर्मचारी कामकाज करते दिखे। कैंटीन, लाइब्रेरी और कॉलेज के मध्य स्थित गार्डन में भी सन्नाटा दिखा।
करीब 3 हजार से ज्यादा छात्राओं और 40 से ज्यादा शिक्षकों वाले राजकीय कन्या महाविद्यालय का परिसर भी सूना नजर आया। गलियारों में एक-दो छात्राएं परीक्षा फॉर्म की हार्ड कॉपी जमा कराने के बाद वापस लौटती दिखीं। कुछ छात्राएं दाखिलों को लेकर पूछताछ करने आई। कॉलेज में सिर्फ शिक्षक और मंत्रालयिक कर्मचारी कामकाज करते दिखे। कैंटीन, लाइब्रेरी और कॉलेज के मध्य स्थित गार्डन में भी सन्नाटा दिखा।
दोपहर 12.25 बजे-सोफिया कॉलेज
पिछले दिनों छात्राओं की सेमेस्टर और सालाना परीक्षाओं से आबाद कॉलेज परिसर सूना दिखा। ऑफलाइन पढ़ाई नहीं होने से कक्षाओं में सूनापन नजर आया। परीक्षा हॉल में भी केवल फर्नीचर दिखा। सत्र 2020-21 में प्रथम वर्ष के दाखिले नहीं होने से छात्राएं भी कम पहुंच रही हैं। प्राचार्य और शिक्षक अपने-अपने विभागों में ऑनलाइन कक्षाओं और परीक्षात्मक कार्य में व्यस्त दिखे।
पिछले दिनों छात्राओं की सेमेस्टर और सालाना परीक्षाओं से आबाद कॉलेज परिसर सूना दिखा। ऑफलाइन पढ़ाई नहीं होने से कक्षाओं में सूनापन नजर आया। परीक्षा हॉल में भी केवल फर्नीचर दिखा। सत्र 2020-21 में प्रथम वर्ष के दाखिले नहीं होने से छात्राएं भी कम पहुंच रही हैं। प्राचार्य और शिक्षक अपने-अपने विभागों में ऑनलाइन कक्षाओं और परीक्षात्मक कार्य में व्यस्त दिखे।
दोपहर 2.15 बजे-एमडीएस यूनिवर्सिटी
विश्वविद्यालय में बीते अप्रेल से ही विभागवार विद्यार्थी ऑफलाइन कक्षाओं से दूर हैं। यहां कणाद भवन, विक्रमादित्य भवन, महर्षि वाल्मीकि सामाजिक विज्ञान भवन में कुछ विद्यार्थी दिखे। कैंटीन में कुछ छात्र-छात्राएं गपशप करते नजर आए। महाराणा प्रताप भवन में कॉलेज के विद्यार्थी डुप्लीकेट डिग्री, मार्कशीट लेने पहुंचे। विभागों में शिक्षक आवश्यक शैक्षिक अथवा प्रशासनिक कार्य करते दिखे।
विश्वविद्यालय में बीते अप्रेल से ही विभागवार विद्यार्थी ऑफलाइन कक्षाओं से दूर हैं। यहां कणाद भवन, विक्रमादित्य भवन, महर्षि वाल्मीकि सामाजिक विज्ञान भवन में कुछ विद्यार्थी दिखे। कैंटीन में कुछ छात्र-छात्राएं गपशप करते नजर आए। महाराणा प्रताप भवन में कॉलेज के विद्यार्थी डुप्लीकेट डिग्री, मार्कशीट लेने पहुंचे। विभागों में शिक्षक आवश्यक शैक्षिक अथवा प्रशासनिक कार्य करते दिखे।