महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (mdsu ajmer) में जल्द परीक्षाओं की कॉपियों का ऑनलाइन मूल्यांकन (online evlauation) शुरू होगा। फिलहाल एक विषय अथवा विभाग में यह प्रारंभ होगा। कामयाबी मिली तो समूची कॉयिपों का मूल्यांकन कराया जाएगा। यह योजना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह (prof r.p. singh) ने तैयार की है। राजस्थान हाईकोर्ट के 11 महीने बाद आए फैसले के बाद कुलपति ने कामकाज शुरू किया है।
प्रो. सिंह ने कहा कि वक्त के साथ हाईटेक (hitech) होना जरूरी है। इसके तहत वे 2019-20 की परीक्षाओं में उत्तरपुस्तिकाओं (cpoies) के ऑनलाइन मूल्यांकन शुरुआत के इच्छुक हैं। पहले एक विषय अथवा विभाग में इसकी शुरुआत होगी। प्रयोग सफल रहा तो अगले सत्र से सभी कॉपियां ऑनलाइन जंचवाई (online checking) जाएंगी। विद्यार्थियों के लिए परिसर में विशिष्ट कोर्स प्रारंभ होंगे। इसके तहत रक्षा रणनीति (डिफेंस स्ट्रटेजी कोर्स) शुरू होगा। पाठ्यक्रम रक्षा मंत्रालय (ministry of deffence) और यूजीसी के अनुसार होगा। इसी तरह भूगोल(geography) , रिमोट सेंसिंग (remote sensing) और अन्य विभागों का संयुक्त रीजनल इम्पॉरटेंस (regional importance) पाठ्यक्रम भी प्रारंभ होगा। इसमें रिमोट सेंसिंग, नगर निकाय कर प्रणाली (local bodies), जीपीएस (GPS) पद्धति, भूगर्भ शास्त्र (geology) जैसे क्षेत्रों में विद्यार्थियों को रोजगार मिलेगा। खेलकूद से जुड़ा बीपीएड-एमपीएड पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा।
read more: excess rain: फसल खराबे से अन्नदाता पर रोजी-रोटी का संकट खत्म करेंगे हार्डकॉपी पद्धति प्रो. सिंह ने कहा कि आईटी-डिजिटल क्रांति (digital world) के दौर में इनमें बदलाव की जरूरत है। हम जल्द परीक्षण कर हार्डकॉपी (hard copy)पद्धति को खत्म करेंगे। विद्यार्थियों के ऑनलाइन डाटा के अधिकाधिक उपयोगिता को काम में लिया जाएगा। इसके अलावा मौजूदा परीक्षा मूल्यांकन केंद्र प्रणाली का वे अध्ययन कर इसमें सुधार करेंगे।
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प्रो. सिंह ने कहा कि नवां और दसवां दीक्षान्त समारोह (convocation ceremony) डेढ़ साल से नहीं हो पाया है। इसे जल्द कराया जाएगा। भविष्य में इसकी तिथि भी जनवरी में निर्धारित होगी। १ अगस्त को विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इस दिन स्मारिका (booklet) का प्रकाशन, शहर के ख्यातनाम लोगों के व्याख्यान,विद्यार्थियों, शिक्षकों का सम्मान समारोह होगा।
प्रो. सिंह ने कहा कि नवां और दसवां दीक्षान्त समारोह (convocation ceremony) डेढ़ साल से नहीं हो पाया है। इसे जल्द कराया जाएगा। भविष्य में इसकी तिथि भी जनवरी में निर्धारित होगी। १ अगस्त को विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इस दिन स्मारिका (booklet) का प्रकाशन, शहर के ख्यातनाम लोगों के व्याख्यान,विद्यार्थियों, शिक्षकों का सम्मान समारोह होगा।
पत्रकारिता कोर्स को बनाएंगे सुदृढ़ प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के पत्रकारिता (course of journalism)को कोर्स को सुदृढ़ किया जाएगा। यहां स्टूडियो और विश्व स्तरीय सुविधाएं होंगी। विद्यार्थियों को प्रिंट-इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (media) में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। इसके अलावा देश से नामचीन व्यक्तियों, विशेषज्ञों, पत्रकारों के व्याख्यान कराए जाएंगे।
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शिक्षकों की कमी बताते हुए प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में विभागवार शिक्षकों-अधिकारियों की भर्ती (new recruitement) होगी। जिन विभागों में सरकार से स्वीकृति मिल चुकी हैं, उनके आवेदन लेकर साक्षात्कार कराए जाएंगे। अधिकारियों की भर्तियां भी कराई जाएंगी।
शिक्षकों की कमी बताते हुए प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में विभागवार शिक्षकों-अधिकारियों की भर्ती (new recruitement) होगी। जिन विभागों में सरकार से स्वीकृति मिल चुकी हैं, उनके आवेदन लेकर साक्षात्कार कराए जाएंगे। अधिकारियों की भर्तियां भी कराई जाएंगी।