महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (mdsu ajmer) के नवें दीक्षान्त समारेाह (convocation ceremony )पर छाई धुंध नहीं हट रही। लगातार दूसरे साल 1 अगस्त को दीक्षांत समारोह नहीं हो पाया। पिछले साल के 34 टॉपर्स (toppers students) को अपने पदकों का इंतजार है। जबकि इस साल के विषयवार टॉपर्स भी कतार में जुड़ गए हैं।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय ने प्रतिवर्ष 1 अगस्त को दीक्षांत समारोह की तिथि तय की थी। साल 2015 से 2017 तक लगातार तीन दीक्षांत समारोह को कराए गए। पिछले साल भी 1 अगस्त को नवां दीक्षांत समारोह होना था, लेकिन इससे पहले 21 जुलाई को पूर्व कुलपति प्रो. विजय श्रीमाली (vijay shrimali ) का निधन हो गया। कुलाधिपति एवं राज्यपाल (governor) कल्याण सिंह (kalyan singh) ने समारोह को स्थगित कर दिया। तबसे एक साल बीत चुका है, लेकिन समारोह का मुर्हूत नहीं निकल पाया है।
read more: Student election: नोटा पर खामोशी चुप्पी, स्टूडेंट्स अपने हक से दूर कुलपति के बगैर मुश्किल…. कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह (prof. r.p.singh) के कामकाज करने पर 11 अक्टूबर 2018 से राजस्थान हाईकोर्ट (raajsthan highcourt) की रोक कायम है। विश्वविद्यालय के नियमानुसार स्थाई या कार्यवाहक कुलपति के बगैर दीक्षांत समारोह नहीं होता है। कुलपति की अध्यक्षता में प्रबंध मंडल और एकेडेमिक कौंसिल सभी पाठ्यक्रमों (courses) और पीएचडी डिग्रियों (PHD Degree) को ग्रेस पास करती है। इसके आधार पर टॉपर्स को पदक (gold medal)मिलते हैं।
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पिछले साल के 34 टॉपर्स को पदकों (medals )का इंतजार है। इनमें जयश्री गिदवानी-रसायन शास्त्र, कविता मारू-सूचना तकनीकी, योगिता व्यास-भौतिक विज्ञान,चंचल रावत-वनस्पति विज्ञान, हुदा इकबाल-प्राणी शास्त्र, अंजलि शारदा-कम्प्यूटर साइंस, प्रीति बालोत-गणित, धारणा बोहरा-सूक्ष्म जीव विज्ञान, तान्या कर-खाद्य एवं पोषण विज्ञान, शिल्पा साजनानी-एमएड प्रोग्राम, ज्योति तुन्दवाल-आरेखन एवं चित्रण, बबली मकवाना-भारतीय संगीत, चेतना चपलोत-संस्कृत, शेफाली टाक-अंग्रेजी, भगवंती चोटरानी-सिंधी, शहनाज-हिंदी, शिमरन जैन-अर्थशास्त्र, आकांक्षा मिश्रा-इतिहास, स्वाति शर्मा-समाजशास्त्र,काजल उपाध्याय-भूगोल, सृष्टि गुप्ता-आर्थिक एवं वित्तीय प्रबंधन, अनुपमा शर्मा-लेखांकन एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, आस्था मानसिंहका-व्यावसायिक प्रशासन, अंकिता टेलर-एमए शामिल हैं। छात्रों में अनुज काबरा-अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान,उत्पल बिश्वास-सूदुर संवेदन एवं भू सूचनिकी, लव कुमार-एमसीए, सईद जुल्करनैन हैदर-उर्दू, प्रदीप गहलोत-राजनीति विज्ञान, मनोज कुमार जैन-लोक प्रशासन, निशांत जैन-एमबीए (डीएस), आशीष चौधरी-एमबीए, सलाम प्रोमिला चनु-पर्यावरण विज्ञान में है। कुलाधिपति पदक-काजल उपाध्याय-भूगोल को दिया जाना है।
पिछले साल के 34 टॉपर्स को पदकों (medals )का इंतजार है। इनमें जयश्री गिदवानी-रसायन शास्त्र, कविता मारू-सूचना तकनीकी, योगिता व्यास-भौतिक विज्ञान,चंचल रावत-वनस्पति विज्ञान, हुदा इकबाल-प्राणी शास्त्र, अंजलि शारदा-कम्प्यूटर साइंस, प्रीति बालोत-गणित, धारणा बोहरा-सूक्ष्म जीव विज्ञान, तान्या कर-खाद्य एवं पोषण विज्ञान, शिल्पा साजनानी-एमएड प्रोग्राम, ज्योति तुन्दवाल-आरेखन एवं चित्रण, बबली मकवाना-भारतीय संगीत, चेतना चपलोत-संस्कृत, शेफाली टाक-अंग्रेजी, भगवंती चोटरानी-सिंधी, शहनाज-हिंदी, शिमरन जैन-अर्थशास्त्र, आकांक्षा मिश्रा-इतिहास, स्वाति शर्मा-समाजशास्त्र,काजल उपाध्याय-भूगोल, सृष्टि गुप्ता-आर्थिक एवं वित्तीय प्रबंधन, अनुपमा शर्मा-लेखांकन एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, आस्था मानसिंहका-व्यावसायिक प्रशासन, अंकिता टेलर-एमए शामिल हैं। छात्रों में अनुज काबरा-अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान,उत्पल बिश्वास-सूदुर संवेदन एवं भू सूचनिकी, लव कुमार-एमसीए, सईद जुल्करनैन हैदर-उर्दू, प्रदीप गहलोत-राजनीति विज्ञान, मनोज कुमार जैन-लोक प्रशासन, निशांत जैन-एमबीए (डीएस), आशीष चौधरी-एमबीए, सलाम प्रोमिला चनु-पर्यावरण विज्ञान में है। कुलाधिपति पदक-काजल उपाध्याय-भूगोल को दिया जाना है।