भादोंमास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी की रात सावित्री मंदिर में जागरण किया जाता है। इसी के तहत रविवार को प्रात: सुबह से ही हजारों की संख्या में रंग बिरंगे परिधान पहने सुहागिनें पहाड़ी पर चढकऱ सावित्री माता के दर्शन करने पहुंची। तलहटी से लेकर मंदिर के मुख्य द्वार व गर्भ गृह तक श्रद्धालु महिलाओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
भीड़ से मची अफरा-तफरीपुष्कर में सावित्री पहाड़ी पर मंदिर में दर्शन करने के दौरान मंदिर तक जाने वाले सीढिय़ों व मुख्य द्वार व गर्भ गृह के बाहर के दालान में महिलाओं की भीड़ से अफरातफरी का माहौल हो गया। इस दौरान पर्याप्त पुलिस जाब्ता नही था। बाद में इसकी खबर सोशयल मीडिया पर वायरल हुई तो पुलिस की व्यवस्था हुई। पुष्कर थानाधिकारी नरेश शर्मा ने बताया कि भीड़ ज्यादा बढऩे पर अतिरिक्त जाब्ता लगाकर व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई।
मंदिर की मान्यता मान्यता है कि सावित्री मंदिर में सुहागिनें सुहाग की दीर्घायु की कामना के लिए वस्त्र मेहन्दी, टीकी अर्पित करती हैं वहीं बालिकाएं अच्छे वर की प्राप्ति की कामना करती हं। नवविवाहित दुल्हा दुल्हन धोक लगाने की परम्परा निभाते हंै।