जानकारी के अनुसार पुष्कर भगवानपुर मोतीसर नाला सहित आसपास के जंगली क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लेपर्ड का मूवमेंट चल रहा था। गनाहेड़ा के कहारों के चौराहे के पास लेपर्ड ने एक युवक पर हमला कर घायल भी कर दिया था। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लेपर्ड का बकरियों का शिकार करना जारी था। लेपर्ड की उम्र लगभग 10 -11 वर्ष बताई गई है।
ग्रामीण एकत्र हुए
शुक्रवार शाम बूढ़ा पुष्कर रोड पर गणेश मंदिर से निकट मिट्टी की डोली के पास कुछ लोगों ने लेपर्ड को अचेत अवस्था में देखा। मौके पर जाकर देखने पर लेपर्ड मृत मिला। घटनास्थल के आसपास देखने पर वाहन की टक्कर से इसकी मौत होना प्रतीत हुई। इस दौरान आसपास के इलाकों से ग्रामीण एकत्र हो गए।पहुंची पुलिस- वन विभाग की टीम
सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। लेपर्ड के सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले। वन विभाग की रेंजर और टीम ने आसपास के इलाकों का मुआयना भी किया। टीम लेपर्ड का शव वाहन में डालकर ले गई। रेंजर ज्योति गुप्ता ने बताया कि लेपर्ड के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।पहले कब-कब हुई मौत
2018 में माखुपुरा चौराहा बड़ल्या के पास सड़क दुर्घटना में लेपर्ड की मौत हुई थी। 2019 में रावला का बाडिया में ग्रामीणों ने पीट-पीट कर मारा था लेपर्ड को 2021 में रावली अभ्यारण्य क्षेत्र से सटे गांव खान में लेपर्ड मृत मिला था। 2021 में मसूदा उपखंड क्षेत्र के बेबरा बावड़ी के निकट लेपर्ड मृत मिला था। 2024 में सोमलपुर के जंगल में लेपर्ड मृत मिला था।