जानकारी अनुसार 24 जुलाई को बिहार एसटीएफ ने मांगलियावास थाना पुलिस की मदद से केसरपुरा गांव निवासी दिनेशसिंह रावत को गिरफ्तार किया। एसटीएफ टीम उसे लेकर तुरन्त बिहार गोपालगंज रवाना हो गई। गोपालगंज थाना पुलिस ने 21 जुलाई को केसरपुरा निवासी कमलसिंह रावत व बिहार मुजफ्फरपुर के शांतनुसिंह को हथियारों के जखीरे के साथ पकडे गए थे। पुलिस ने कमलसिंह रावत, शांतनुसिंह के अलावा अजमेर केसरपुरा के दिनेशसिंह, राहुलसिंह, ब्यावर खरवा निवासी भूपेन्द्रसिंह व मुजफ्फरपुर के एक अन्य युवक को नामजद किया था। बिहार पुलिस को प्रकरण में राहुलसिंह रावत व एक अन्य की तलाश है जबकि भूपेन्द्र सिंह खरवा पहले पंजाब पुलिस की गिरफ्त में है।
हथियार तस्करी में सक्रिय
बिहार पुलिस की पड़ताल में आया कि आरोपी दिनेशसिंह रावत व राहुल सिंह लॉरेन्स गैंग के सक्रिय सदस्य भूपेन्द्र सिंह के साथी है। दिनेशसिंह व राहुल ने अपने गांव के कमलसिंह को शांतनुसिंह के साथ हथियार की सप्लाई देने के लिए बिहार मुजफ्फरपुर भेजा था लेकिन गोपालगंज थाना पुलिस ने बस में आरोपियों को 21 जुलाई को हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार कर लिया।
भूपेन्द्र के लिए करते है काम
पड़ताल में आया कि लॉरेन्स गैंग के सक्रिय सदस्य ब्यावर में खरवा निवासी भूपेन्द्रसिंह विदेशी हथियारों की खरीद फरोख्त का काम करता है। वह सस्ते दाम में देशभर में गिरोह की डिमांड के अनुसार गुर्गो की मदद से विदेशी हथियार व असला खरीदकर बेचने का काम करता है। इससे पूर्व हथियार पंजाब में हथियार के साथ में गिरोह के गुर्गे पकड़े जाने के बाद पंजाब पुलिस ने 17 जून को भूपेन्द्रसिंह व उसके साथी को खरवा के निकट एक फार्म हाउस से दबोचा था।
इनका कहना है…
हथियार तस्करी के मामले में बिहार गोपालगंज थाना पुलिस मागंलियावास के केसरपुरा निवासी दिनेशसिंह को गिरफ्तार कर ले गई।-सुरेन्द्र सिंह, थानाप्रभारी मांगलियावास अजमेर