-शहर के बच्चों, युवाओं को खेलने की भी नहीं इजाजत -स्मार्टसिटी के तहत किया था विकसित, नगर निगम ने की ठेके पर देने की तैयारी अजमेर. शहर के मध्य एक मात्र खेल मैदान पटेल मैदान का कायाकल्प होने के बाद अब युवा खिलाडि़यों एवं बच्चों के खेलने पर पाबंदी लगा दी गई है। मैदान के चारों ओर तारबंदी व गेट पर ताला जड़ने के चलते युवा खिलाड़ी एवं बच्चे मायूस होकर लौट रहे हैं। उधर, नगर निगम की ओर से मैदान को निजी हाथों में देने की कवायद भी शुरू कर दी गई है।
अजमेर शहर को कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी देने वाला पटेल मैदान तालाबंदी व तारबंदी के घेरे में आ गया है। हालांकि नगर निगम की ओर से फिलहाल काम पूरा नहीं होने की वजह से बच्चों, युवाओं का प्रवेश रोकने की बात कही जा रही है। शहर के खिलाडि़यों को तराशने वाले पटेल स्टेडियम को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है। इसके लिए निर्धारित शुल्क लेकर मैदान में प्रवेश देने की योजना है। जिम्मेदार करोडों रुपए की लागत से स्मार्ट सिटी परियोजना में तैयार किए गए स्टेडियम के रखरखाव के लिए ऐसा करना जरूरी बता रहे हैं।
ताले लगाए बाहर खदेड़ा गत दिनों ट्रेक पर अभ्यास कर रहे युवा खिलाडि़यों को निगम प्रशासन के लोगों ने बाहर खदेड़ दिया व ट्रेक पर जाने वाले रास्ते पर ताला लगा दिया। खिलाडि़यों का कहना है कि सुभाष पार्क पहले ही निजी हाथों में है ऐसे में अब पटेल मैदान भी निजी हाथों पर चला जाएगा तो वह कहां जाएंगे।
इंडोर स्टेडियम व कुछ खेलों पर लगता रहा है शुल्क बैडमिंटन, टेबिल टेनिस लॉन टेनिस व स्वीमिंग पूल के लिए रखरखाव के नाम पर कुछ औपचारिक शुल्क लिया जाता रहा है जो सरकारी स्तर पर होता था। अब वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, फुटबॉल व एथलेटिक्स आदि के लिए शुल्क लिया जाएगा जबकि यह पहले फ्री होते थे। इससे प्रतिभावान खिलाडियों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ेगा।
स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में यह सविधाएं स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 40 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च कर पटेल मैदान को स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के रूप में विकसित किया गया है। जहां, फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, लॉन टैनिस, सहित कई खेलों के कोर्ट बनाए गए हैं। पवैलियन का कुछ हिस्सा तोड़ कर दोबारा बनाया गया है। राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पूल,बहुमंजिला स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खिलाडि़यों व कोच के ठहरने व इंडोर गेम्स के कई कोर्ट बनाए गए हैं। मैदान में हरी घास व चारों ओर सिंथेटिक ट्रैक लगाया गया है इसके चारों ओर तारबंदी की फेंसिंग कर दी गई है।
पटेल मैदान पर अनुमानित खर्च 4 करोड़ – सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक 15 करोड़ – स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स बहुमंजिला 20 करोड़ – स्वीमिंग पूल, बैडमिंटन, बॉस्केट बॉल व लॉन टेनिस कोर्ट , सामान्य रखरखाव व बिजली
जिम्मेदार बोले -निविदा की शर्तें अभी पूरी नहीं निगम ने स्मार्ट सिटी के जरिए कार्य करवाए हैं। इसे ठेके पर देने की तैयारी है। क्या राशि देनी होगी यह तो खुलासा होने पर पता चलेगा लेकिन प्रतिभावान खिलाडियों, जिनके पास हुनर है उनका ख्याल रखना चाहिए।
रामनिवास चौधरी,खेल अधिकारी अभी काम बाकी है इसलिए किसी को ट्रेक पर नहीं जाने दिया जा रहा। निविदा की शर्तें अभी पूरी नहीं हुई है। सभी खिलाड़ी इसका भरपूर उपयोग कर सकें किसी को खेलने से नहीं रोका जाएगा। ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को खेलने का पूरा मौका दिया जाएगा। इसके लिए पृथक से नीति तय की जाएगी। रख-रखाव के लिए कुछ खेलों में पहले भी पैसा लिया जाता रहा है। उपकरण आए दिन खराब होते रहते हैं उनकी सारसंभाल भी करनी होती है।
देशलदान चारण, आयुक्त नगर निगम अजमेर अभी काम बाकी है। इसके बाद ठेके पर दिया जाएगा, इसका मेंटिनेंस कौन करेगा। जो अच्छे खिलाड़ी हैं, उन्हें मुफ्त में प्रवेश मिलेगा। खिलाडि़यों के अलावा अन्य लोगों के प्रवेश को पिछले दिनों रोका गया था।
ब्रजलता हाड़ा, महापौर, नगर निगम अजमेर