स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया
उन्होंने बताया कि आरोपियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया। पुलिस ने थाने से भारी पुलिस जाप्ते के बीच आरोपियों को पैदल ले जाकर वारदात स्थल, षड्यंत्र स्थल की तस्दीक कराई। उल्लेखनीय है कि प्रकरण में गोली लगने से प्रत्यक्षदर्शी शकील की मौत हो गई थी, जबकि नारायण घायल हो गया था।यों चला घटनाक्रम
23 सितम्बर को डीआईजी व एसपी ने चार आरोपी दिनेश चौधरी, हनुमान जाट व नरेश जाट पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया। 24 सितम्बर को वारदात में शामिल पांचवें व फायरिंग का आरोपी राजवीर उर्फ फौजी को चिन्हित करते हुए 50000 का इनाम घोषित किया। 25 सितम्बर को डीआईजी ओम प्रकाश ने प्रकरण में अजमेर रेंज की स्पेशल टीम का गठन किया और 12 टीमों को तलाश के लिए रवाना किया। 27 सितम्बर को वारदात में लिफ्ट बीआरसी ग्रुप के नंदलाल उर्फ नंदा जाट, रामदेव मेघवाल, अर्जुन लाल जाट, कमलेंद्र कैलाश जाट, आसम खान, मुकेश जाट को पकड़ा। जबकि षड्यंत्र में शामिल रामजीलाल, रतनलाल, नरेंद्र, शिवराज जाट को गिरफ्तार किया।
30 सितम्बर को बलभाराम की पत्नी पार्वती, रामदयाल जाट श्रीराम जाट तथा दो नाबालिग को निरूद्ध किया। 2 अक्टूबर को 50-50 हजार के इनामी राजवीर उर्फ फौजी भूरिया, पुखराज जाट व नरेश जाट को पकड़ा इसके अलावा सहयोगी विकास जाट, दीपेंद्र जाट, विजेंद्र जाट और रामनिवास जाट को गिरफ्तार किया।
6 अक्टूबर को मास्टरमाइंड व इनामी रामनेर की ढाणी निवासी बलभाराम के भाणजे दिनेश चौधरी व इसी गांव के हनुमान सिंह तथा झोल की ढाणी सुरसुरा निवासी नाहर सिंह उर्फ नारू जाट को गिरफ्तार किया।