हर कोई सवाल उठा रहा है कि यदि आरोपी युवक बेरोजगार था। आर्थिक तंगी या अवसाद में था तो उन मासूमों का क्या अपराध था,जिसे मौत की नींद सुला दिया। बुधवार दोपहर खरवा कस्बे में घटना के बाद ब्यावर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी युवक का ब्यावर में इलाज चल रहा है। पत् नी अजमेर के जेएलएन में उपचारत है। ब्यावर सदर थाना पुलिस प्रकरण की अनुसंधान में जुटी है।
सदर थानाप्रभारी सुरेन्द्र सिंह जोधा ने बताया कि खरवा के भवानीपुरा कॉलोनी निवासी अजीत चीता ने बुधवार दोपहर धारदार चाकू से बीमार पत्नी कविता (27) की कलाई व गले पर चाकू से हमला किया। कविता की चीख-पुकार सुनकर दोनों बेटियां दस वर्षीय अन्नू और छह वर्षीय एंजल मौके पर आई। गुस्से में अजीत ने दोनों बेटियों का चाकू से गला रेत दिया। वारदात के बाद अजीत ने भी अपनी कलाई व गला जख्मी कर लिया।
भागने की कोशिश पर लोगों ने दबोचा कविता और दोनों बेटियों की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर आए। इस दौरान अजीत ने भागने का प्रयास किया तो लोगों ने उसे दबोच लिया। सूचना पर ब्यावर सदर थाना पुलिस का जाप्ता घटनास्थल पहुंच गया। सात वर्षीय एंजल की मौके पर मौत हो गई जबकि कविता, अन्नू व अजीत को ब्यावर के राजकीय अमृतकौर अस्पताल पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद कविता और अन्नु को अजमेर के जेएलएनएच रैफर कर दिया। यहां जेएलएनएच पहुंची अन्नु को चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया,जबकि उसकी मां कविता का इलाज चल रहा है।
सबको मार कर मर जाऊंगा…. पुलिस की प्रारम्भिक पड़ताल में सामने आया कि बेरोजगारी से परेशान अजीत की पत्नी कविता भी कुछ माह से बीमार है। ऐसे में घर सारा कामकाज और बीमार पत्नी की देखभाल अजीत को करनी पड़ रही थी। बेरोजगारी और पत्नी की तिमारदारी से अजीत उकता गया था। उसने बुधवार को सबको मारने के बाद खुद भी मरने की ठान ली थी।
ब्यावर में ही कराएंगे पोस्टमार्टम थानाप्रभारी जोधा ने जेएलएन अस्पताल प्रशासन से 7 वर्षीय अन्नू का पोस्टमार्टम ब्यावर के राजकीय अमृतकौर अस्पताल में कराने का निर्णय किया। गौरतलब है कि अन्नु की छोटी बहन एंजल का शव ब्यावर के अमृतकौर अस्पताल की मोर्चरी में रखा है। पुलिस दोनों का एक जगह पोस्टमार्टम कराने के लिए अन्नु का शव अजमेर से ब्यावर ले गई।
नौ साल पहले किया था प्रेम विवाह पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि अजीत ने कविता से नौ साल पहले प्रेम विवाह किया था। कविता के दो बेटियां अन्नू(7) व एंजल(5) थी। कुछ दिन पहले ही कविता का बीमारी के चलते बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ था। तब से घर के काम का भार अजीत पर आ गया था।
अवसाद में आया अजीत पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की तो सामने आया कि अजीत कविता की बच्चेदानी के ऑपरेशन से अवसाद में आ गया। वह भविष्य में कविता के मां नहीं बनने और वंश चलाने के लिए बेटा नहीं होने से डिप्रेशन में आ गया। वहीं बेरोजगारी के साथ घर के कामकाज का भार भी अजीत पर था।
…नहीं थी पैसे की कमी थानाप्रभारी सुरेन्द्र सिंह जोधा ने बताया कि अजीत चीता बेरोजगार था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक थी। उसका भाई विदेश में नौकरी करता था। जो समय समय पर आर्थिक मदद भेजता था। यहां खरवा में अजीत पत्नी, दो बच्चों व मां के साथ में रहता था। हालांकि वारदात की मुख्य वजह आरोपी अजीत और घायल कविता के ठीक होने पर उनके बयानों के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। अजीत जहां ब्यावर के अमृतकौर में पुलिस निगरानी में भर्ती है। वहीं कविता जेएलएन अस्पताल में उपचारत है।
बच्चियों का गुरुवार को होगा पोस्टमार्टम वारदात का सबसे दु:खद पहलू यह रहा कि गला रेतने से जख्मी हुई मासूम बेटियां अन्नू और एंजल ने बारी-बारी से दम तोड़ दिया। ब्यावर सदर थाना पुलिस ने दोनों के शव अमृतकौर अस्पताल,ब्यावर की मोर्चरी में रखवाए हंै। पुलिस गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराएगी।