शहर थाना अधिकारी धोलाराम ने बताया कि लगभग दो महीने की मशक्कत के बाद पिछले दिनों सोनू पुलिस के हत्थे चढ़ा। उसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। रिमांड के दौरान सोनू ने पुलिस को बताया कि गबन की राशि उसने अपने जानकार सत्यनारायण सैनी को दी है।
पुलिस ने सत्यनारायण सैनी निवासी स्वर्ण पथ, मानसरोवर, जयपुर को डिटेन कर पूछताछ की। उसे षड्यंत्र में शामिल होकर बैंक की गबन राशि हड़पने के आरोप में गिरतार कर लिया है। पुलिस अब गबन की राशि बरामद करने के प्रयास में जुटी है।
यह है मामला
जयपुर रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंधक रामबाबू कुमावत ने 11 अप्रेल को शहर थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि बैंक का कैशियर सोनू धामुनिया निवासी रामगंज, जयपुर समय पर बैंक नहीं पहुंचा। धामुनिया के मोबाइल पर कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ मिला। अन्य बैंक कर्मचारी ने धामुनिया के केकड़ी स्थित घर, जहां वह किराए पर रहता है, जाकर पता किया। लेकिन वह वहां भी नहीं मिला। मैनेजर ने उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद अन्य बैंक कर्मियों की मौजूदगी में धामुनिया की ऑफिस दराज व दूसरी अलमारी खोली तो उसमे कैश रूम की चाबियां मिल गईं। जिसके बाद तिजोरी खोल कर देखी तो उसमें 21 लाख 29 हजार 961 रुपए 46 पैसे की राशि कम मिली। बैंक के उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद रामबाबू ने पुलिस को रिपोर्ट दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की।