शहर में शुक्रवार को हनुमान जयंती मनाने की शुरुआत हो गई है। मंदिरों में संगीतमय सुंदरकांड पाठ किए जा रहे हैं। लोग विधि-विधान से नारियल, फूल-माला, मिष्ठान, पान का बीड़ा और अन्य सामग्री से पवनसुत की पूजा-अर्चना करने में जुटे हैं। दोपहर को 12 बजे जन्म आरती होगी।
प्राचीन बालाजी मंदिर क्लॉक टावर मदार गेट, बजरंगगढ़ बालाजी मंदिर, घाटी वाले बालाजी मंदिर में सुबह से श्रद्धालु उमड़े। लोगों ने बालाजी के जयकारे लगाते हुए प्रसाद चढ़ाया। कई लोग मंदिर में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ भी करते देखे जा सकते हैं। इसके अलावा भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी की जा रही है।
56 भोग झांकी, केक का भोग
कई मंदिरों में दौरान 56 भोग झांकी सजाई गई है। दोपहर 12.15 बजे विधि-विधान से पूजन के बाद 21 ढोल से जन्म आरती की जाएगी। कुछ मंदिर में 101 पौंड का केक काटकर 56 भोग लगाया जाएगा। बजरंगगढ़ बालाजी मंदिर में सुंदरकांड का संगीतमय पाठ किया जा रहा है। यहां भी दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव आरती होगी।
कई मंदिरों में दौरान 56 भोग झांकी सजाई गई है। दोपहर 12.15 बजे विधि-विधान से पूजन के बाद 21 ढोल से जन्म आरती की जाएगी। कुछ मंदिर में 101 पौंड का केक काटकर 56 भोग लगाया जाएगा। बजरंगगढ़ बालाजी मंदिर में सुंदरकांड का संगीतमय पाठ किया जा रहा है। यहां भी दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव आरती होगी।
प्रसादी की व्यवस्था घाटी वाले बालाजी मंदिर, बजरंगढ़ चौराहा स्थित सीताराम मंदिर में सुंदरकांड के बाद महाआरती होगी। सभी मंदिरों में भोजन और प्रसाद वितरण होगा। मुख्य डाकघर के सामने चतुर्भुज भवन में अखाड़े वाले बालाजी मंदिर में भी जन्म आरती होगी। बाद में प्रसाद वितरित किया जाएगा। भजन गंज स्थित श्रीराम मंदिर में सुंदर कांड का पाठ श्रीराम मारुति मंडल द्वारा किया जा रहा है। घडिय़ालों और नगाड़ों के बीच जन्म आरती होगी।