निम्बार्क पीठ सलेमाबाद में गुरु पूर्णिमा पर आसपास क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं ने श्रीजी महाराज की पूजा अर्चना की। साथ ही वरिष्ठ व्यवस्थापक बाबा माधवशरण, सचिव ओमप्रकाश शर्मा सहित संत महन्त परिकरों व देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने महाराजश्री की चरण वन्दना की। इस मौके पर अपने सदुपदेशों में श्रीजी महाराज ने गुरु पूर्णिमा की महत्ता पर प्रकाश डाला।
सुबह मंगला, श्रंगार आरती के बाद स्वयं श्रीजी महाराज अपने आराध्य सर्वेश्वर प्रभु पीठ में बिराजित भगवान राधा-माधव, परशुरामदेवाचार्य महाराज की तप स्थली व अपने गुरुदेव राधासर्वेश्वरशरण देवाचार्य की प्रतिमा का अभिषेक पूजन कर वाटिका स्थित समाधि स्थलों पर जाकर पूर्वाचार्यों की वन्दना की। इस मौके पर सुगम व शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम भी हुए, जिसमें अनेक गायकों ने प्रस्तुति दी। किशनगढ़ एसडीएम श्यामा राठौड़, आरएएस अधिकारी कृष्णावतार त्रिवेदी सहित अनेक लोगों ने श्रीजी महाराज की चरण पूजा कर आशीर्वाद लिया।
सुबह मंगला, श्रंगार आरती के बाद स्वयं श्रीजी महाराज अपने आराध्य सर्वेश्वर प्रभु पीठ में बिराजित भगवान राधा-माधव, परशुरामदेवाचार्य महाराज की तप स्थली व अपने गुरुदेव राधासर्वेश्वरशरण देवाचार्य की प्रतिमा का अभिषेक पूजन कर वाटिका स्थित समाधि स्थलों पर जाकर पूर्वाचार्यों की वन्दना की। इस मौके पर सुगम व शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम भी हुए, जिसमें अनेक गायकों ने प्रस्तुति दी। किशनगढ़ एसडीएम श्यामा राठौड़, आरएएस अधिकारी कृष्णावतार त्रिवेदी सहित अनेक लोगों ने श्रीजी महाराज की चरण पूजा कर आशीर्वाद लिया।
सजाया फूल बंगला मन्दिर परिसर में पुष्प बंगले की झांकी सजाई गई। वृन्दावन के कलाकारों ने विभिन्न पुष्पों से भव्य बंगला सजाया। शृंगार झांकी आचार्यपीठ में भगवान राधा-माधव के युगल अविचल श्रीविग्रह के नख-शिख पर्यन्त शृंगार की अनुपम झांकी महन्त श्यामसुन्दर, पुजारी सन्दीप, नारायण व दिनेश आदि ने सजाई।
विमोचन किया जगद्गुरु श्रीजी महाराज ने सभामंच पर सर्वेश्वर भजनावली सहित अनेक पुस्तकों व फोल्डर का जयकारों के बीच विमोचन किया।