जानकारी के अनुसार गुरूवार अलसुबह करीब चार बजे एक दर्जन प्रतिबंधित बजरी से भरे ट्रेक्टर-ट्रॉली गांव उमरारे में पहुंचे। इन ट्रेक्टर-ट्रॉलियों पर सवार बजरी माफिया ने गांव के खेत में बिछ़ी पाइप लाइनों को उखाडऩा शुरू किया, इस पर स्थानीय ग्रामीणों और माफियाओं में कहासुनी हो गई और हाथापाई की नौबत आ गई। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। बढ़ती भीड़ को देख रेत माफिया ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी और इसी बात को लेकर मामला बढ़ गया। इस पर करीब पांच ट्रेक्टरों को लेकर बजरी माफिया भाग निकले, ग्रामीणों ने घेराबंदी करते हुए तीन बजरी से भरे ट्रैक्टर सहित माफियाओं दबोच लिया। सूचना मिलने पर थाना पुलिस और धौलपुर जिले से भी अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंच गया और ग्रामीणों ने चंबल बजरी से भरे तीन ट्रैक्टर और तीन रेत माफिया को पुलिस को सौंप दिया है।
आए दिन पाइपों को चुरा रहे है माफिया स्थानीय ग्रामीण जयप्रकाश ने बताया चंबल रेत माफिया आए दिन गांव से खेतों में बिछी पाइप लाइन के पाइपों और अन्य सामान को चोरी कर ले जाते थे। गुरुवार को भी खेतों में बिछी पाइप लाइन को चोरी कर बजरी के ट्रैक्टरों ऊपर डाल कर ले जा रहे थे, तभी माफियाओं की आवाज सुनकर नींद खुल गई ।
सैपऊ मार्ग से बजरी माफिया का आवागमन ग्रामीणों ने बताया कि सैप ऊ मार्ग पर देर शाम होने के बाद से प्रतिबंधित बजरी के ट्रेक्टर-ट्रॉलियों के निकलने का सिलसिला जारी हो जाता है, जो कि रात भर चलता है। ऐसा नहीं कि इस बात की भनक स्थानीय पुलिस को नहीं है, लेकिन पुलिस सब कुछ देखकर भी मूक दर्शक बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि बजरी के वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार के कारण मार्ग पर हर समय दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।