अजमेर.चीन China व आसपास के देशों फैले जानलेवा कोरोना corona वायरसvirus का असर भारत की विदेश डाक सेवा पर भी पड़ा है। इसके चलते केन्द्र सरकार Government ने डाक विभाग के मार्फत चीन जाने वाली डाक की बुकिंग booking /कलेक्शन पर रोक prohibits लगा दी है। मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट (आईआरएडं जीबी डिवीजन) के अनुसार अधिकतर एयरलाइन कम्पनियों ने पिछले कुछ समय से अपनी चीन जाने वाली उड़ानों को निरस्त कर दिया है। इसके चलते डाक भेजने व मंगाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण चीन के डाक पार्सल postage/ पोस्ट post की बुकिंग आगामी आदेशों तक निलम्बित कर दी गई है। मिनिस्ट्री के एडीजी (आईएम-1) संदीप के.पी.ने सभी राज्यों के चीफ पीएमजी को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं आगामी आदेशों तक विदेश पोस्ट ऑफिसों से चीन के लिए सभी तरह के मेल बैग की बुकिंग/ कलेक्शन नहीं करें। चीन के लिए बुकिंग/कलेक्शन निरस्त होने से विदेश पोस्ट ऑफिसों पर डाक/ पार्सल का ढेर लगा हुआ है। डाक पार्सल की बुकिंग निरस्त होने कारोबारियों के कारोबार पर असर पड़ेगा।
यह मंगवाते हैं
यह मंगवाते हैं
चीन से प्रतिदिन 3200-3800 रजिटर्ड पार्सल डाक विभाग के जरिए भारत आते हैं। इसके अलावा 7000-8000 हजार सामान्य डाक आती है। वहीं अब आने वाली डाक की संख्या 100 के करीब ही रह गई है। राजस्थान में प्रतिदिन चीन से 300-400 रजिस्टर्ड पार्सल आते हैं। इसके अलावा 150-200 हजार सामान्य डाक भी आती है। चीन से अधिकांश तौर पर दवाइयां, हैंडी क्राफ्ट आइटम, मोबाइल, एससरीज तथा इलेक्ट्रॉनिक सामान,कपड़े डाक विभाग के जरिए मंगवाए जाते है।
यह पार्सल भेजते हैं
यह पार्सल भेजते हैं
प्रतिदिन भारत से चीन को 300-400 रजिस्टर्ड पार्सल डाक विभाग के जरिए भेजे जाते हैं। इसके अलावा 1800-2000 के करीब साधारण डाक भी भेजी जाती है। राजस्थान में प्रतिदिन 60-70 रजिस्टर्ड पार्सल चीन भेजे जाते हैं। इसके अलावा 350-400 के करीब साधारण डाक भेजी जाती है। इनमें अधिकाशं घरेलू सामान,खाद्य सामान,दवाईयां,रॉ-मैटेरियल तथा इलेक्ट्रॉनिक व हेंडीक्रॉफ्ट आईटम होते हैं।
कर्मचारी पहले ही कतरा रहे
कर्मचारी पहले ही कतरा रहे
कोरोना वायरस के खौफ का असर यह है कि चाइना से आने वाले पार्सल को हाथ लगाने से डाककर्मी कतराते हैं। कई बार कर्मचारी विरोध भी जता चुके हैं। read more:सड़क बनाने में रॉ मैटेरियल के रूप में इस्तेमाल होगा प्लास्टिक कचरा