सदर थानाधिकारी हेमराज सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ग्राम बलवंता में किराए के मकान में रहने वाले मुख्य आरोपी काली माई रोड नसीराबाद निवासी गौतम बैरवा एवं तीनों बाल अपचारियों से अलग-अलग पूछताछ की। इसमें उन्होंने बताया कि निरुद्ध बालिका मृतका की रिश्तेदार है। उसकी लगभग 2 वर्ष पूर्व मुख्य आरोपी गौतम से दोस्ती हो गई और दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। इसके लिए मृतका भी सहमत थी, लेकिन उसके बालिग होने पर ही वह उनकी शादी करवाना चाह रही थी। यह बात मुख्य आरोपी व बालिका दोनों को ही खल रही थी।
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ऐसे में गौतम ने अपने अन्य बाल अपचारी दोस्तों के साथ मिलकर बेला को रास्ते से हटाने के लिए 2 माह पूर्व साज़िश रची। बालिका के जरिए दो बार नींद की गोलियां देने की कोशिश की। सफलता नहीं मिलने पर तीसरी बार गौतम ने नसीराबाद से विषाक्त खरीद कर बेला के खाने में मिलाकर देने के लिए बालिका को दिया। लेकिन मन परिवर्तन होने की वजह से बालिका ने जहर मिली सब्जी बेला को नहीं दी। आखिर में रविवार को मुख्य आरोपी गौतम सहयोगी दोनों बाल अपचारियों को साथ लेकर रात लगभग 9.15 बजे महिला के घर पहुंचा और गला घोंटकर हत्या का प्रयास किया। सफलता नहीं मिलने पर पास ही में पड़े भारी डंडे से उसके सिर पर ताबड़ तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई।