ऑक्सीजन रिसाव से झुलसे दंपत्ति के 8 व 10 साल के दो बेटे हैं। सुल्तान की बीमारी के चलते बच्चे ननिहाल में थे। अब बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है। पिता भी हॉस्पिटल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब अन्य रिश्तेदार-परिवार ही बच्चों का एक मात्र सहारा है। अचानक आए इस संकट से परिवार के लोग सहमे हुए हैं।
यह है मामला
शनिवार अलसुबह रीको औद्योगिक क्षेत्र के सामने स्थित कॉलोनी में ऑक्सीजन कंसंटे्रटर में रिसाव के बाद शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी। इसमें मीना बड़ौदा निवासी सरकारी व्याख्याता संतोष मीना (40) की झुलसने से मौत हो गई। साथ ही पति सुल्तान मीना (45) को गंभीर में रैफर किया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। परिजनों के अनुसार सुल्तान बीते अप्रेल में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। पोस्ट कोविड समस्या से उनका अजमेर मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था। तबियत में थोड़ा सुधार होने पर परिजन उन्हें करीब 2 सप्ताह पूर्व रीको एरिया स्थित मकान पर पर लाए थे।
इनका खास रखें ध्यान….
-बंद कमरे में नहीं करें ऑक्सीजन का प्रयोग, खिड़की दरवाजे रखें खुले
-पहले से ऑक्सीजन सिलेंडर वाले कमरेे में नहीं रखें एक से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंटे्रटर या सिलेण्डर
-दूसरे सिलेंडर के लीकेज से ऑक्सीजन रिसाव हो तो नहीं जलाएं माचिस, बीड़ी-सिगरेट
– ऑक्सीजन कंसंटे्रटर की पाइप लाइन को उचित समयान्तराल में करें चेक
-आवश्यक होने पर ही घर पर लगाएं ऑक्सीजन
-कंसंट्रेटर की क्षमता 5 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन, एक साथ जमा करने पर खतरा
(जैसा फिजिशियन डॉ. अकरम खान ने बताया)
यह है मामला
शनिवार अलसुबह रीको औद्योगिक क्षेत्र के सामने स्थित कॉलोनी में ऑक्सीजन कंसंटे्रटर में रिसाव के बाद शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी। इसमें मीना बड़ौदा निवासी सरकारी व्याख्याता संतोष मीना (40) की झुलसने से मौत हो गई। साथ ही पति सुल्तान मीना (45) को गंभीर में रैफर किया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। परिजनों के अनुसार सुल्तान बीते अप्रेल में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। पोस्ट कोविड समस्या से उनका अजमेर मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था। तबियत में थोड़ा सुधार होने पर परिजन उन्हें करीब 2 सप्ताह पूर्व रीको एरिया स्थित मकान पर पर लाए थे।
इनका खास रखें ध्यान….
-बंद कमरे में नहीं करें ऑक्सीजन का प्रयोग, खिड़की दरवाजे रखें खुले
-पहले से ऑक्सीजन सिलेंडर वाले कमरेे में नहीं रखें एक से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंटे्रटर या सिलेण्डर
-दूसरे सिलेंडर के लीकेज से ऑक्सीजन रिसाव हो तो नहीं जलाएं माचिस, बीड़ी-सिगरेट
– ऑक्सीजन कंसंटे्रटर की पाइप लाइन को उचित समयान्तराल में करें चेक
-आवश्यक होने पर ही घर पर लगाएं ऑक्सीजन
-कंसंट्रेटर की क्षमता 5 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन, एक साथ जमा करने पर खतरा
(जैसा फिजिशियन डॉ. अकरम खान ने बताया)
-आवश्यकता और क्वालिटी के हिसाब से बाजार में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर उपलब्ध है। इनकी देखरेख जरूरी है। कम क्षमता वाले कंसंट्रेटर को बीच-बीच में बंद करना पड़ता है। कंसंटे्रटर में पीछे लगे पॉट का 3 से 4 दिन के अन्तराल में पानी बदले के अलावा लाइन को भी चेक करते रहना चाहिए।
-गोपाल लाल, ऑक्सीजन कंसंटे्रटर सप्लायर
-गोपाल लाल, ऑक्सीजन कंसंटे्रटर सप्लायर