एहतियातन थानाधिकारी नरपत राम बाना के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता गांव में तैनात था। थानाधिकारी नरपतराम बाना के मुताबिक नयागांव निवासी 15 वर्षीय गोपाल पुत्र तेजाराम भड़ाना,13 वर्षीय भोजराज पुत्र लक्ष्मण मावता, 13 वर्षीय सोनाराम पुत्र पांचू भड़ाना व 12 वर्षीय लेखराज पुत्र रामकरण बागड़ी एक दिन पूर्व चारों बच्चे मवेशी चराने गए थे। शाम को घर नहीं लौटने पर तलाश शुरू की, देर शाम नाड़ी किनारे कपड़े देखकर परिजन व ग्रामीण घबरा गए। तब ग्रामीणों की सूचना पर एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस टीम ने रेस्क्यू कर मध्यरात्रि को शव तलाशे।
हृदय विदारक…सड़क पर मां ने तोड़ा दम, चीख भी नहीं सका बेटा
सवेरे यहां स्थित अस्पताल में मृतक के परिजनों के द्वारा दी गई सामुहिक रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवाकरकर चारों शवो को परिजनों को परिजनों के सुपुर्द किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार मंजूर अली,थानाधिकारी नरपत राम बाना,सरपंच प्रतिनिधि बलदेव गुर्जर,गिरदावर अमराराम चौधरी, पटवारी प्रवीण कुमार गोदा,एएसआई सुरेंद्र कुमार,सोहन काठात,हुकम सिंह,हैड कांस्टेबल गुलाबराम,समर्थ सिंह राठौड़,आसूचना अधिकारी रामाकिशन भांबू ,शोभा राम जाखड़, कैलाश उड़द,लोकेश जाखड़,सुखदेव रियाड़ समेत ग्रामीण मौजूद थे।
नहीं जले चूल्हे
नयागांव, प्रतापपुरा में एक साथ चार बच्चों की एक साथ नाड़ी में डूबने की सूचना के बाद देर रात से लेकर दाह संस्कार नहीं होने तक गांव में एक भी चूल्हा नहीं जला और हर आंख नम थी और गांव में चहु और रोने, बिलखते व सिसकने की आवाजें ही सुनाई दे रही थी।
एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
गांव से एक साथ 4 मासूमों की अर्थियां उठने के बाद गमगीन माहौल में ग्रामीणों ने एक ही चिता पर चारों किशोरों को लेटा कर अंतिम संस्कार किया। इस दौरान ग्रामीणों के आंखों में आंसू झलक रहे थे।
प्रशासन का जताया आभार
भड़सूरी सरपंच प्रतिनिधि बलदेव गुर्जर व ग्रामीणों की ओर से गांव में एक साथ चार बच्चों की हुई अकाल मौत के बाद उपखंड अधिकारी प्रियंका बड़गूजर, जिला पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट,डिप्टी मोहम्मद इस्लाम खान,नायब तहसीलदार मंजूर अली, थानाधिकारी नरपत राम बाना, मांगलियावास थानाधिकारी सुनील टाडा समेत पूरे प्रशासनिक लवाजमे का संकट की घड़ी में पूर्ण मुस्तेदी से साथ निभाने पर आभार प्रकट किया।