अजमेर. सरकार बिजली के दाम नहीं बढ़ाने के कितने ही दावे करे, लेकिन हकीकत इससे उलट है। बिजली के दाम सीधे नहीं बढ़ाकर कभी फ्यूल सरचार्ज (Fuel surcharge) तो कभी स्पेशल फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली के बिलों में अतिरिक्त वसूली की जा रही है। पिछले 70 दिनों ( seventy days) में उपभोक्ताओं पर 3 बार फ्यूल सरचार्ज लगाते हुए उनके पुराने उपभोग पर वसूली की जा रही है। अजमेर विद्युत वितरण निगम (almer discom) ने उपभोक्ताओं पर शुक्रवार को पुन: फ्यूल सरचार्ज लगाने के आदेश जारी कर दिए। उपभोक्ताओं को अपेल, मई व जून 2019 में उपभोग में ली गई बिजली की यूनिटों पर प्रति यूनिट 29 पैसे फ्यूल सरचार्ज चुकाना होगा। इससे निगम को 112 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। इसका असर निगम के 55 लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। निगम अधिकारियों का कहना है बिजली कम्पनियां जिन बिजली उत्पादकों से बिजली खरीदती हैं उनके कोयला ढुलाई, डीजल सहित सहित अन्य इंधनों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। उसका भार उन्होंने बिजली खरीदने वाली कम्पनियों पर डाला है। बिजली कम्पनियां इस भार का 85 प्रतिशत खुद वहन करती हैं, जबकि 15 प्रतिशत राशि उपभोक्ताओं से वसूली जाती है। राजस्थान विद्युत नियामक आयोग ने इसके लिए अनुमति दे रखी है।
कब-कब लगा फ्यूल सरचार्ज
जून में 35 पैसे फ्यूल सरचार्ज अजमेर विद्युत वितरण निगम ने 28 जून को आदेश जारी कर वित्तीय वर्ष के जनवरी 2019 से मार्च 2019 तक उपभोग में ली गई बिजली पर 35 पैसे प्रति यूनिट के रूप में फ्यूल सरचार्ज लगाया था। उपभोक्ता के आगामी दो बिलों में यह राशि जोडक़र भेजी गई। इससे उपभोक्ताओं पर करीब 135 रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
अगस्त में 5 पैसे स्पेशल फ्यूल सरचार्ज
जून में 35 पैसे फ्यूल सरचार्ज अजमेर विद्युत वितरण निगम ने 28 जून को आदेश जारी कर वित्तीय वर्ष के जनवरी 2019 से मार्च 2019 तक उपभोग में ली गई बिजली पर 35 पैसे प्रति यूनिट के रूप में फ्यूल सरचार्ज लगाया था। उपभोक्ता के आगामी दो बिलों में यह राशि जोडक़र भेजी गई। इससे उपभोक्ताओं पर करीब 135 रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
अगस्त में 5 पैसे स्पेशल फ्यूल सरचार्ज
28 अगस्त 2019 को आदेश जारी कर अप्रेल 2018 से जून 2018 के बिजली उपभोग पर 1.80 पैसे स्पेशल फ्यूल सरचार्ज प्रति यूनिट लगाया गया। उपभोक्ता पर एक साथ भार नहीं पड़े इसके लिए प्रति यूनिट 5 पैसे निर्धारित करते हुए 36 महीनों में यह राशि वसूल की जाएगी। सितम्बर महीने के बिल में यह 5 पैसे की राशि जुडक़र आएगी। इससे निगम को 700 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिलेंगे।
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