ग्रामीणों के अनुसार मनोहरपुरा पंचायत की बादशाह की ढाणी के 5-7 बच्चे बकरियां चराकर शाम को घर लौट रहे थे। रास्ते में एक क्रेशर के समीप पोखर जैसे गहरे गड्ढ़े में बारिश के जमा पानी में एक बच्चा नहाने लग गया। इस दौरान उसके डूबने की स्थिति में अन्य बच्चों ने उसको बचाने के प्रयास किए तो तीन अन्य बच्चे भी डूब गए। मृतकों में दो बालक तथा दो बालिकाएं हैं।
मृतक बच्चे एक ही परिवार के ग्रामीणों ने बताया कि मृतक बालक लवकेश व शिवकेश सगे भाई हैं। वह बबलू जाटव के पुत्र हैं। इनकी आयु १०-१२ साल है। इनके अलावा सुमेर की पुत्री काजल (९ ) तथा राजू (१३) की पुत्री पूजा की भी मृत्यु हो गई। मृतक चारों बच्चे एक परिवार के बताए गए हैं।
खनन के कारण गड्ढे ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में संचालित क्रेशरों के चलते होने वाली खनिज की खुदाई को लेकर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। गहरे होने से यह तालाब जैसे बन गए। बीती रात हुई बारिश का पानी ऐसे ही एक गहरे गड्ढ़े में भरा हुआ था। हादसे की सूचना से गांव में शोक छा गया। बिलखते परिजन को संभालना मुश्किल हो गया।
अफसर पहुंचे गांव सूचना पाकर उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार, पुलिस उपाधीक्षक महावीर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीडि़त परिवारों को ढांढस बंधाया। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। इनका विलाप देख हर किसी की आंखें नम हो गई। परिजन द्वारा पोस्टमार्टम कराने से पहले आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की गई। पुलिस व प्रशासन के अफसर मौके पर समझाइश करते रहे।