एसडीएम ने किया था मना मंगलवार सुबह पानी के पीसांगन पहुंचने की सूचना पर उपखंड अधिकारी समदरसिंह भाटी जायजा लेने गए। तब उन्होंने नदी क्षेत्र में किसी भी प्रकार से छेड़छाड़ करने की मनाही करते हुए बहाव क्षेत्र से हटने के निर्देश दिए। बहाव क्षेत्र में फार्म हाउस आने की आशंका के चलते जेसीबी से रास्ता बदलने का प्रयास किया जाना जंग में तब्दील हो गया।
यह हुए घायल पथराव में जयपालसिंह पुत्र महेंद्र सिंह, शिवप्रताप पुत्र गोपालसिंह, भानुप्रतापसिंह पुत्र गोपालसिंह व ग्रामीणों की ओर से दिलराज पुत्र धन्नाराम कुमावत, लालाराम पुत्र कालूराम कुमावत व छीतरमल पुत्र राजू कुमावत घायल हुए।
पुलिस पहुंची मौके पर जेसीबी से नदी की धारा बदलने को लेकर ग्रामीणों के भड़के आक्रोश के मद्देनजर पुलिस मौके पर पहुंचे और गोपाल सिंह से समझाइश कर रहे थे। लेकिन वह अपनी अड़ा रहा। इस पर पुलिस ने गांव की ओर से 5 लोगों को बुलाकर भी समझाइश के लिए बुला रहे थे। उसी दौरान कुछ नवयुवकों ने जेसीबी से बदली नदी की धारा को रोकने के लिए उसमें बजरी के कट्टे डालने लगे। इस पर आवेश में आकर गोपाल सिंह व उसके परिजन ग्रामीणों पर पथराव शुरू कर दिया। इस पर ग्रामीणों में भगदड़ मच गई और ग्रामीणों ने भी अपने बचाव में पथराव शुरू कर दिया।
एडिशन एसपी व सीओ पहुंचे पीसांगन मामले की नजाकत को भांपते हुए उपखंड अधिकारी समदर सिंह भाटी, तहसीलदार किशनाराम चौधरी, एडिशन एसपी ग्रामीण किशनसिंह, सीओ ग्रामीण विनोद कुमार के अलावा पुष्कर व मांगलियावास पुलिस थाने के अलावा पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त जाप्ता पीसांगन पहुंचा।