5.5 लाख किसान होंगे लाभान्वित अजमेर डिस्कॉम में इस योजना से 5.5 लाख किसान लाभान्वित होंगे। 10 एचपी तक के एजी कनेक्शन के बिल का भुगतान 12000 की राशि में किया जाएगा। अजमेर डिस्कॉम में लगभग 4 लाख कनेक्शन 10 एचपी तक के हैं। अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़ए प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और राजसमंद में लगभग सभी कनेक्शन 10 एचपी से नीचे हैं। इससे डिस्कॉम को रिकवरी में भी मदद मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। डिस्कॉम को नागौर, सीकर व झुंझुनू जिले के कृषि उपभोक्ताओं पर ही फोकस करना होगा इसके बार बड़े कृषि कनेक्शन हैं।
भाटी ने बताया कि मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के तहत सामान्य श्रेणी,ग्रामीण ,ब्लॉक ऑवर सप्लाई के मीटर्ड एवं फ्लैट रेट श्रेणी कृषि उपभोक्ताओं को वर्तमान में दिए जा रहे टैरिफ अनुदान के अतिरिक्त एक हजार रुपए प्रतिमाह का अनुदान ,अधिकतम 12 हजार रुपये प्रतिवर्ष विद्युत विपत्र में समायोजन के माध्यम से दिया जाएगा।
योजना मई से लागू यह योजना विद्युत वितरण निगमों में बिलिंग माह मई 2021 अथार्त एक मई एवं उसके बाद जारी होने वाले कृषि बिलों पर लागू होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की अनुपालना में अब से सभी कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत विपत्र द्विमासिक ,प्रति दो माह आधार पर जारी किए जाएंगे। भाटी ने बताया कि पात्र कृषि उपभोक्ताओं को चालू बिलिंग माह में बिल जारी करते समय निगम की कोई भी पूर्व बकाया राशि नहीं होने पर विद्युत विपत्र में देय अनुदान राशि को इस योजना के तहत समायोजित कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण व शिलान्यास मुख्यमंत्री ने अजमेर डिस्कॉम को करोड़ों रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। वीसी के जरिए किए गए इस कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला और चैयरमैन डिस्कॉम्स दिनेश कुमार भी उपस्थित रहे। एमडी वी.एस.भाटी ने बताया कि डिस्कॉम क्षेत्र में अजमेर में 2.30 करोड़ रूपए की लागत से हाथीभाटा स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय का लोकार्पण किया।
यहां पावर हाउस सीएम ने 33 केवी जीएसएस भैरूघाट झुंझुनूं, बिछीवाड़ा डूंगरपूर, हाथीदान सीकर का लोकार्पण किया। इसी तरह 33 केवी जीएसएस चुडोली सीकर, धोद सीकर, केसुन्दा प्रतापगढ,रिछावरा प्रतापगढ, लालास, मंडफि या, चंदाखेडी व मोतीपुरा सभी चितौडगढ़ का शिलान्यास किया गया। इन सभी कार्यों पर 15 करोड़ 8 लाख से अधिक राशि खर्च होगी। वीसी में निगम सचिव एन.एल. राठी, निदेशक तकनीकी के.एस.् सिसोदिया, एसीई मुकेश बाल्दी, टीएटू एमडी राजीव वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।