अजमेर

फैसला होने के सवा साल बाद भी नहीं हटाया अतिक्रमण,अंतिम सांसे ले रही ईदगाह नाड़ी

विधायक और कलक्टर की भी नहीं सुन रहा एडीए
1947 की स्थिति तो दूर 2021 की भी स्थिति बहाल नहीं रख पा रहा एडीए
दिन रात हो रहा है ईदगाह नाड़ी पर कब्जा नाड़ी में बस गई कॉलोनी
16 बीघा नाड़ी में अतिक्रमियों ने नाड़ी में बनाए मकान-दुकानचार
दीवारी कर हो रही भूखंडों की भी बिक्री

अजमेरJul 02, 2021 / 08:27 pm

bhupendra singh

ajmer

अजमेर. शहर बीच स्थित चौरसियावास ईदगाह नाड़ी इन दिनों अपनी अंतिम सांसे ले रही है। अजमेर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही के कारण नाड़ी में दिन रात हो रहे अतिक्रमण के कारण नाड़ी अब 16 बीघा से सिमटकर केवल 3 बीघा ही रह गई है। नाड़ी के बीचोबीच अतिक्रमी बेखौफ मकान बनाने में जुटे हैं। जबकि प्राधिकरण ने अक्टूबर 2020 में ही नाड़ी से अतिक्रमण हटाने तथा 66 अतिक्रमियों को बेदखल करने के आदेश जारी कर रखे हैं लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है। नदी, नालो, तालाब व नाड़ी को बचाने के लिए प्राधिकरण वर्ष 1947 की स्थिति तो दूर 2021 की स्थिति को भी बहाल नहीं रख पा रहा है। प्राधिकरण की अकर्मण्यता के अतिक्रमण के कारण नाड़ी का अस्तित्व ही खतरे में है। चौरसियावास गांव के पास स्थित ईदगाह नाड़ी पृथ्वीराज योजना की आवाप्त भूमि है इसके अलावा इसमेंं प्राधिकरण को हस्तांतिर सरकारी भूमि भी है। इसमें भी लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है। नाड़ी की पाल के पास ही प्राधिकरण की भूमि पर भी अतिक्रमण किया जा रहा है।
कलक्टर के निर्देश भी बेअसर

जिला कलक्टर एंव अजमेर विकास प्राधिकरण के चेयरमैन प्रकाश राजपुरोहित ने एडीए सचिव किशोर कुमार तथा प्राधिकरण के उपायुक्त अशोक चौधरी को अप्रेल माह में ही नाड़ी से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। इस मामले में चौधरी का कहना है मामला जानकारी में आ गया है अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
विधायक की भी नहीं सुन रहा एडीए

विधायक वासुदेव देवनानी के अनुसार चौरसियावास क्षेत्र स्थित ईदगाह नाड़ी में पिछले दिनों कई व्यक्तियों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर मकान भी बना लिए है। पिछली साल नाड़ी में पानी भरने के कारण अतिक्रमियों ने नाड़ी की पाल को भी तोड़ दिया था जिससे आसपास की आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया था। इससे घरों में पानी भर गया तथा सड़कें टूट गईं। क्षेत्रवासियों की सुरक्षा की दृष्टि से नाड़ी से अतिक्रमण हटाया जाए। इसके लिए विधायक ने एडीए सचिव को पत्र लिखा था। विधायक के पत्र के बाद भी प्राधिकरण के अधिकारी अतिक्रमण पत्रावली पर कुंडली मारे बैठा है।
जमीन के साथ ही भवनों व दुकानों की भी बिक्री

ईदगाह नाड़ी क्षेत्र में एडीए की कार्रवाही नहीं होने से बेखौफ अतिक्रमी रातो दिन अवैध निर्माण में जुटे हुए हैं। इतना ही नहीं सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए बहुंजिली भवनों को बेचा भी जा रहा है। चारदीवार, मकान, बाड़ा, कोटड़ी के साथ ही दुकानें भी खोली गई। विद्युत कनेक्शन लेने साथ ही यहां किराएदार भी रखे गए है। सरकारी जमीन बेचने व नाड़ी में कब्जा करने का धंघा खूब फलफूल रहा है।
आसपास की कॉलोनियों के लिए खतरा

ईदगाह क्षेत्र स्थित नाड़ी में आसपास की कॉलोनियों बरसाती पानी भरता है। नाड़ी में बरसाती पानी भरने से अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों डूबने का खतरा है। पिछले साल अतिक्रमियों ने नाड़ी की पाल में कटाव कर दिया। इससे नाड़ी का पानी किसान कॉलोनी, गौरी नगर, फ्रैड्स कॉलोनी,चौरसियावास क्षेत्र में सड़कों व गलियों तथा घरों में 4-4 फुट तक पानी भर गया। वर्ष 2019 में नाड़ी में डूबने से तीन बच्चों की मौत भी हो गई थी इसके बावजूद नाड़ी में कब्जा किया जा रहा है। नाड़ी में लगातार हो रहे कब्जे के कारण अतिक्रमी इसमें पानी नहीं भरने दे रहे हैं। नाड़ी की मोरी को बंद कर दिया गया। जून 2019 में अतिक्रमियों ने नाड़ी की पाल को काट दियाा।
इन्होनें किया नाड़ी में अवैध निर्माण

साबुद्दीन,अंसार अली,मंसूरी ,रुखसाना ,रहमान अली,चिंरजीव ,महेन्द्र चौधरी ,समशाद के दो निर्माण,समीर ,कासिम ,दीपक, माया धोबी,अविनाश आमेटा ,शौकीन, महावीर प्रसाद सैन,अब्दुल ,हासम, सुबेदा ,आयमि ,प्रेमलता ,सुशील,आरिफ ,कूका, जम्फा, बीरम ,पप्पू ,सिलावट ,हैदर,अबजाय,अब्दुल रहमान ,कादर ,साबिया ,शहनाज खातून ,आमिद शेख ,राधा ,शफीकुल्ला ,सुगरी, कालू ,रेशमा ,रजाक हमीर,आरिफ,शफीख खान,आयम ,जलदार ,दुर्बा ,मोहम्मद मुनाफ ,शेख ,मनोहर खादिम ,शकील ,अर्पी,अब्दुल सलाम ,सत्यनारायण अग्रवाल,हनीफ,मोहम्मद हुसैन खान ,जरीना,रसीदा,दाउदखान ,जड़ाव,रहमती सना पत्नी अयाज तथा सात अज्ञात लोगों ने नाड़ी में कब्जा कर बहुमंजी मकान, दुकानें तथा चारदीवारी कर कब्जा जमा रखा है।
इनका कहना है

कानून अपना काम करेगा। नाड़ी से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। इस मामले को दिखवाएंगे, डिस्कस किया जा रहा है। अशोक चौधरी, उपायुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण

एडीए को इस मामले में तत्काल एक्शन लेना चाहिए। अतिक्रमण के मामले में ढिलाई क्यों बरती जा रही है। जिला कलक्टर जनता और जनप्रतिनिधियों की सुन तो लेते हैं लेकिन उनकी बात कोई अधिकारी नहीं सुनता। इस मामले में मंत्री से मुलाकात की जाएगी।
वासुदेव देवनानी, विधायक अजमेर उत्तर

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