शहर को यातायात की सबसे बड़ी समस्या से मुक्ति दिलाने वाले एलिवेटेड रोड का काम शुरू कर दिया गया है। रोड के निर्माण के लिए प्रथम चरण में किए जाने वाले जियो टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन, मिट्टी परीक्षण, सर्वे एवं अलाइनमेंट के कार्य पूरे हो गए हैं। एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य पुरानी आरपीएससी भवन के सामने से शुरू होगा।
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने आज अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमांशु गुप्ता, ठेकेदार फर्म एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि एलिवेटेड रोड का निर्माण विभिन्न चरणों में पूरा होगा। कार्य के प्रथम चरण के तहत जियो टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन, मिट्टी परीक्षण, रोड के शुरू से अंत तक का सर्वे एवं अलाइनमेंट कार्य पूरा कर लिया गया है।
इस सर्वे एवं अलाइनमेंट को स्मार्ट सिटी लिमिटेड की सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम तथा जयपुर के एमएनआईटी से तकनीकी अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। इसका थर्ड पार्टी प्रूफ चैक आईआईटी दिल्ली या मुम्बई से कराया जाएगा ताकि किसी तरह की कमी की गुंजाइश ना रहे।
डिवाइडर रोड यथावत रहेगा कार्य इस तरह से किया जाएगा कि यातायात कम से कम बाधित हो। करीब 220 करोड़ रुपए की लागत से यह एलिवेटेड रोड दिल्ली एवं जयपुर मेट्रो की कंक्रीट एवं स्टील स्ट्रक्चर की आधुनिक तकनीक से सिंगल पिलर पर बनेगी। सिंगल पिलर पर बनने के कारण पुल के नीचे मूल सड़क पर डिवाइडर रोड यथावत रहेगा।
यह होगा रूट एलिवेटेड रोड पुरानी आरपीएससी से गांधी भवन एवं मार्टिण्डल ब्रिज तक तथा दूसरी शाखा गांधी भवन से महावीर सर्किल तक तैयार की जाएगी। इसके बन जाने से शहर में वैशाली नगर, शास्त्री नगर, पुष्कर रोड, जयपुर रोड नसीराबाद रोड, ब्यावर रोड, श्रीनगर रोड आदि क्षेत्र में आवागमन में परेशानी से निजात मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि यह रोड लगभग 3 किलोमीटर लम्बा होगा।
दो साल में होगा काम पूरा एलीवेटेड रोड मार्टिंडल ब्रिज से आगरा गेट वाया गांधी भवन चार लेन सड़क तक कुल 1.60 किलोमीटर तथा गांधी भवन से पुरानी आरपीएससी तक दो लेन सड़क 1.10 किलोमीटर की होगी। सड़क के बन जाने से कॉलेज चिकित्सालय, बस स्टैंड आने वालों को काफी सुविधा मिलेगी। कार्य पूर्ण होने की अवधि दो वर्ष निर्धारित की गई है। सड़क निर्माण कार्य सिम्फोनिया एंड ग्राफिक्स कम्पनी द्वारा किया जा रहा है।