आज भी मौजूद है बॉयलर प्लांट व चिमनी भांवता-मजीठियां में ब्रिटिश कंपनी की ओर से बॉयलर व बिजली उत्पादन के लिए स्थापित प्लांट में कोयले से बिजली का उत्पादन होता था। कोयले की आपूर्ति भी जिले के कई गांवों से करने के बाद रेल मार्ग से मंगवाया जाता था। जहां सराधना रेलवे लाइन के बाद मवेशियों पर लादकर कोयला भांवता पहुंचाया जाता था। स्थानीय स्तर पर भी कोयला का उत्पादन कर प्लांट संचालित होता था।
अधिक बिजली विभाग को देते थे भांवता प्लांट पर उत्पादित बिजली में से पंप हाउस संचालन के अलावा शेष रही बिजली वापस बिजली विभाग को सप्लाई कर दी जाती थी। यहां बरसों तक कार्यरत रहे हैड फिटर तेजमल गुर्जर ने बताया कि बिजली उत्पादन पंप हाउस में होने से कभी भी पेयजल सप्लाई प्रभावित नहीं हुई। आज भी चिमनी, प्लांट एवं उपकरण आदि सुरक्षित हैं।