तीन अन्य फरार
प्रारिम्भक पड़ताल के अनुसार प्रकरण में तीन अन्य भी शामिल है। पुलिस उनके बारे में छानबीन कर रही है। माना जा रहा है कि ई-मित्र संचालक के पकड़े जाने के बाद तीनों फरार हो गए।
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दो साल पहले भी पकड़े थे 45 हजार के जाली नोट
दो साल पहले तेजा मेले के दौरान एक महिला एवं दो युवकों को जाली नोट चलाते हुए पकडा था। पुलिस ने इनके कब्जे से पांच सौ रुपए के 90 नकली नोट यानी 45 हजार की नकली करंसी बरामद की थी। बाद में पडताल में सामने आया कि यह जाली नोट अजमेर में छापे गए थे। गौरतलब है कि भंवरिया पाटन निवासी दीपक, सुरेन्द्र एवं श्रवणी उर्फ सानिया को नकली नोट चलाते हुए पकडा था। इन्हें यह नोट नागौर जिले के थांवला पुलिस थानान्तर्गत ग्राम कल्याणपुरा निवासी दुर्गाराम उर्फ दुर्गेश ने उपलब्ध करवाए थे। पुलिस ने दुर्गाराम से पूछताछ की तो मामला के तार शिवलाल गोदारा से जा मिले। तत्कालीन समय में जब पुलिस ने शिवलाल के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि गोदारा सहित पांच जनों को नकली नोट प्रकरण में दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी थी।