अजमेर. पुलिस के मुखिया(डीजीपी) की फेक फेसबुक आईडी बनाकर महिला धमकाने व 50 हजार रुपए की डिमांड करने वाले शख्स को अलवर गेट थाना पुलिस ने एटीएस व एसओजी की मदद से रविवार शाम बीकानेर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बीकानेर जिले का रहने वाला है। उसने पूर्व में प्रदेश के कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की फेक फेसबुक आईडी बना चुका है।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि उदासर(बीकानेर) विराटनगर पावर हाउस के पास रहने वाले नरपतसिंह पुत्र चन्द्रसिंह को अलवर गेट थाना पुलिस ने पूछताछ के बाद रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने देवली (टोंक) जहाजपुर चौराहा घोसी मोहल्ला निवासी सुनील टांक की फेसबुक आईडी हैक की थी। उसने सुनील टांक के फेसबुक अकाउंट पर नाम और फोटो के स्थान कपिल गर्ग डीजीपी एट डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस लिख फे्रंडलिस्ट में शामिल महिलाओं को अश्लील और धमकी भरे मैसेज भेजकर धमकाया। एक महिला ने सजगता दिखाते हुए अलवरगेट थाने में 15 मई को शिकायत की। मामले में पुलिस की सजगता व टीम वर्क से काम कर साइबर सैल, एटीएस व एसओजी के आईटी एक्सपर्ट की मदद लेते आरोपी को गिरफ्तार किया। टीम में एसएचओ मुकेश चौधरी, सिपाही जगदीश, कुन्नाराम, साइबर सेल से सुनिल कुमार, आशीष गहलोत शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि उदासर(बीकानेर) विराटनगर पावर हाउस के पास रहने वाले नरपतसिंह पुत्र चन्द्रसिंह को अलवर गेट थाना पुलिस ने पूछताछ के बाद रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने देवली (टोंक) जहाजपुर चौराहा घोसी मोहल्ला निवासी सुनील टांक की फेसबुक आईडी हैक की थी। उसने सुनील टांक के फेसबुक अकाउंट पर नाम और फोटो के स्थान कपिल गर्ग डीजीपी एट डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस लिख फे्रंडलिस्ट में शामिल महिलाओं को अश्लील और धमकी भरे मैसेज भेजकर धमकाया। एक महिला ने सजगता दिखाते हुए अलवरगेट थाने में 15 मई को शिकायत की। मामले में पुलिस की सजगता व टीम वर्क से काम कर साइबर सैल, एटीएस व एसओजी के आईटी एक्सपर्ट की मदद लेते आरोपी को गिरफ्तार किया। टीम में एसएचओ मुकेश चौधरी, सिपाही जगदीश, कुन्नाराम, साइबर सेल से सुनिल कुमार, आशीष गहलोत शामिल थे।
बनाई कई फेक आईडी
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में आरोपी ने पुलिस और कई प्रशासनिक अधिकारियों की कई फर्जी फेसबुक आईडी बना चुका है। इससे वह महिलाओं को धमकाने में इस्तेमाल करता था लेकिन अजमेर में मामला सामने आते ही आरोपी ने सभी आईडी नष्ट कर दी। पुलिस आरोपी से पड़ताल में जुटी है। हालांकि पुलिस की पड़ताल में रुपए वसूली का कोई मामला सामने नहीं आया।
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में आरोपी ने पुलिस और कई प्रशासनिक अधिकारियों की कई फर्जी फेसबुक आईडी बना चुका है। इससे वह महिलाओं को धमकाने में इस्तेमाल करता था लेकिन अजमेर में मामला सामने आते ही आरोपी ने सभी आईडी नष्ट कर दी। पुलिस आरोपी से पड़ताल में जुटी है। हालांकि पुलिस की पड़ताल में रुपए वसूली का कोई मामला सामने नहीं आया।
तरीका-ए-वारदात
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि 30 फीसदी लोगों के फेसबुक आईडी का पासवर्ड मोबाइल नम्बर ही होता है। इसके आधार पर आरोपी फेसबुक आईडी हैक कर उनके पासवर्ड बदल देता है। आरोपी आला पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को धमकी भरे मैसेज कर रुपयों की डिमांड करता था।
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि 30 फीसदी लोगों के फेसबुक आईडी का पासवर्ड मोबाइल नम्बर ही होता है। इसके आधार पर आरोपी फेसबुक आईडी हैक कर उनके पासवर्ड बदल देता है। आरोपी आला पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को धमकी भरे मैसेज कर रुपयों की डिमांड करता था।
एन्काउंटर की धमकी एसपी राष्ट्रदीप ने बताया कि आरोपी नरपत सिंह ने पीडि़त परिवादी महिला को अश्लील मैसेज भेजने के साथ 50 हजार रुपए की डिमांड की। रुपए नहीं देने पर जान से मारने(एन्काउंटर) की धमकी दी। एन्काउंटर की धमकी देने पर पीडि़ता को आरोपी के जालसाज होने का आभास हो गया।
उत्तीर्ण की है दो परीक्षा पुलिस पड़ताल में सामने आया कि नरपत सिंह बेरोजगार है। उसने दो परीक्षाएं उत्तीर्ण की है। इसमें राजस्थान प्रशासनिक सेवा प्री और लिपिक भर्ती(एलडीसी) परीक्षा उत्तीर्ण की है। पुलिस आरोपी से गहनता से पड़ताल में जुटी है।