राज्यभर से जुटे संविदा आयुर्वेद चिकित्सकों ने बताया कि वर्ष 2013 की भर्ती के लम्बे अंतराल बाद 597 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। सरकार के पिछले शासनकाल में 8 वर्ष पूर्व की गई 1545 चिकित्सकों की भर्ती में पूर्ववर्ती सरकार ने 760 पदों की कटौती कर दी थी, जिससे कई संविदा आयुर्वेद चिकित्सक नियमित होने से वंचित रह गए थे। यह भर्ती इन चिकित्सकों के लिए अंतिम अवसर है, इसके बाद करीब 250 चिकित्सक ओवरएज हो जाएंगे। वर्तमान में राष्ट्रीय मिशन के अंतर्गत करीब 1050 आयुर्वेद चिकित्सक संविदा पर कार्यरत है। सरकार के जन घोषणा पत्र की पालना में इन संविदा कर्मियों को नियमित किया जाना अपेक्षित है। अगर पद नहीं बढ़ाए गए तो फिर आधे चिकित्सक नियुक्ति से वंचित रह जाएंगे।