सोमवार देर रात नाहरपुरा-बाघसूरी मार्ग पर देवरी माता मंदिर के गेट के सामने ट्रक कंटेनर अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रक कंटेनर पलट जाने से ट्रक चालक व गोतस्कर मौके से भाग गए। ग्रामीणों को पता लगने पर उन्होंने पुलिस को सूचित किया।झड़वासा चौकी प्रभारी रात को ही मौके पर पहुंचे और क्रेन की सहायता से ट्रक कंटेनर को सीधा करवाकर झड़वासा चौकी ले आए। ट्रक कंटेनर के पलटने से मौके पर भी कुछ गोवंश निकल गए थे। झड़वासा चौकी पर मंगलवार को प्रात: अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमन मीणा पुलिस उपअधीक्षक बृजमोहन असवाल, सदर थानाधिकारी कैलाश विश्नोई, तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीणा झड़वासा चौकी पहुंचे और क्रेन की सहायता से ट्रक कंटेनर में भरे गोवंश को बाहर निकालना शुरू किया।
तहसीलदार ने मौके पर पशु चिकित्सालय सनोद के पशु चिकित्सक डॉ. अनूप कुमावत, बाघूसरी के डॉ. रामनरेश मीणा, टांटोटी के डॉ. गिरीशकान्त वर्मा तथा तिलाना के सहायक अशोक जांगिड़, मेघराज चौधरी, बाबूलाल मीणा को भी मौके पर बुलवा लिया।
बंधे हुए थे रस्सी से पैर ट्रक कंटेनर में 15 गाय व 38 बछड़े मृत निकले, 2 गाय व 4 बछड़े घायलावस्था में थे जिन्हें मौके पर ही उपचार दिया गया। वहीं मृत गौवंश का पोस्टमार्टम करवाकर झड़वासा चौकी के पीछे रिक्त पड़ी भूमि पर उन्हें जेसीबी की सहायता से गड्ढा खुदवाकर दफनाया गया। देवरी माता मंदिर के मुख्य द्वार के पास भी दो बछड़े घायलावस्था में पड़े हुए थे। ट्रक कंटेनर में दो नम्बर प्लेट अलग नम्बरों की भी निकली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खबर लिखे जाने तक इस संदर्भ में कोई मुकदमा दर्ज होना नहीं बताया। गोतस्करों ने जिस ट्रक कंटेनर में गोवंश को ठूस-ठूस कर भर रखा था उसमे हवा और रोशनी की कोई व्यवस्था तक नहीं थी। इतना ही नहीं गोतस्करों ने ट्रक कंटेनर में भरे गोवंश के पैर रस्सियों से बांध रखे थे।