‘पत्रिका’ ने उजागर किया था मामला
पत्रिका में 6 अक्टूबर को ‘जल संसाधन मंत्री रावत के गांव की पेयजल आपूर्ति में लगा रहे सेंध’ व 8 अक्टूबर को ‘अवैध कनेक्शन काटने में बेबस, लेंगे पुलिस की मदद’ शीर्षक सेसिलसिलेवार खबरें प्रकाशित होने के बाद मंगलवार सुबह जलदाय विभाग की बीसलपुर परियोजना का ठेकेदार जेसीबी मशीन व पिकअप लेकर मौके पर पहुंचा। ठेकेदार ने गगवाना-लाडपुरा पुलिया के नीचे बीसलपुर की राइजिंग लाइन की खुदाई की। जहां आधा-आधा इंच के दो पाइप से पानी की चोरी होना सामने आया। ठेकेदार के कर्मचारियों ने दोनों कनेक्शन काटकर वेल्डिंग मशीन से पुन: राइजिंग लाइन की मरम्मत कर दी। जबकि अवैध कनेक्शन के लिए डाला गया पाइप उखाड़कर काट गया। उधर, चोरी के कनेक्शन से गगवाना-लाडपुरा ब्रिज के नीचे से होते हुए ट्रांसपोर्ट कम्पनी में जा रही पाइप लाइन छोड़ दी गई।सड़क-ड्रेनेज को किया क्षतिग्रस्त
विभागीय ठेकेदार ने अवैध जल कनेक्शन काटकर अवैध लाइन को पूरा उखाड़ने के बजाए कुछ मीटर तक काटकर मौके पर छोड़ दिया। जिससे कुछ समय बाद फिर से उसे जोड़कर पानी चोरी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। राइजिंग लाइन से अवैध कनेक्शन के लिए राजमार्ग की सर्विस लेन, ब्रिज के नीचे के ड्रेनेज सिस्टम को क्षतिग्रस्त कर पाइप डाला गया था। लेकिन न राजमार्ग प्राधिकरण, न गेगल टोल प्लाजा की ओर से इस पर तत्समय कोई कार्रवाई की गई।इनका कहना है…
ठेकेदार के जरिए अवैध जल कनेक्शन काटा गया है। कनेक्शन किसने ले रखा था और कब लिया इसकी संबंधित जेईएन को भेजकर जांच करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी। सुनील कुमार, एक्सईएन बीसलपुर परियोजना अजमेर