श्रीकरणपुर रेलवे लाइन पर ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत, 20 मिनट तक खड़ी रही ट्रेन
जी भर कर निहार भी नहीं पाए लाडले को
परिजन, रिश्तेदार, दोस्त व क्षेत्रवासी उसकी एक झलक देखने को राह तक रहे थे। उसका शव पहुंचा तो उसे एक बार जी भर कर देख लेना चाहते थे लेकिन कुछ ही देर में उसे अंतिम विदाई दी। इस दौरान परिजनों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। ब्यावर निवासी चैत्य सांखला, साहिल तेजी, संदीप सांगेला, अक्षय कुमावत, लालचंद डुलगच, नितेश पंडित व नरेन्द्रसिंह गत 7 जुलाई को सैर-सपाटे के लिए कुल्लू- मनानी गए थे।
वहां पर आई बाढ में सातों युवक बह गए। इनमें से चैत्य सांखला की पार्थिव देह का शनिवार शाम को सूरजपोल गेट बाहर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान बडी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। अंतिम यात्रा में जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोग शामिल हुए।
मनाली घूमने गए राजस्थान के 7 युवक बाढ़ में बहे, 4 के शव मिले, 3 अभी तक लापता
तीन के शव लेकर रवाना:
मनाली घूमने गए सात युवकों में से साहिल तेजी, लालचंद डुलगच व नरेन्द्रसिंह तंवर के शव को लेने ब्यावर से गए परिजन रवाना हो गए है। साथ गए शिवराज चांवरिया ने बताया कि शव लेकर रवाना हो रहे है। रविवार को ब्यावर पहुंचेंगे। इधर अपनों के आने का परिजनों, रिश्तेदारों व शहर के लोगों को इंतजार है।
छत पर लग गई कतार
शहर में जैसे ही कॉलोनी में एम्बुलेंस पहुंची। वैसे ही कॉलोनी पर छतों पर कतार लग गई। कोहराम ऐसा मचा कि कॉलोनीवासियों की आंखें भी छलक आ गई।