यही स्थिति उसके माता-पिता और भाई बहन की है। चिकित्सकों की टीम के भरसक प्रयास के बावजूद फैजल और उसके परिजनों ने इस अवधि में उनके संपर्क में रहे लोगों की जानकारी नहीं दी।
कोरोना चेन तोड़ने के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं । अब यही उम्मीद लगाई जा रही है कि संबंधित क्षेत्रों के लिए किए जा रहे सर्वे में पॉजिटिव मरीज एवं उसके परिवार से मिलने वाले लोग खुद-ब-खुद सच्चाई उजागर करें और बता दे कि वह संबंधित परिवार से 22 मार्च के बाद मिले हैं ।
अगर पॉजिटिव मरीज एवं परिवार के सदस्य जो जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं और उसमें सच्चाई है तो अजमेर शहर को कम खतरे की संभावना है और अगर वह सच्चाई छुपा रहे हैं तो अजमेर में कोरोना का दायरा और भी बढ़ सकता है ।
फैजल व उनकी माताजी सब्जी खरीदने के लिए दुकान पर गई । मगर कौन सी दुकान पर गई यह नहीं बता रहे हैं, जबकि इनके पिता भी घर के बाहर निकले हैं। बहन भी पड़ोस की महिलाओं के संपर्क में रही मगर पांचों ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं।