कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा विभाग द्वारा अथक कार्य किया गया। चिकित्सा कर्मियों ने अपने जीवन को दांव पर लगा दिया। दूसरी लहर के पश्चात सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया। राजस्थान में एक हजार मैट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। शीघ्र ही इसे प्राप्त किया जाएगा। राज्य को प्राप्त होने वाली वैक्सीन को तत्काल व्यक्तियों को लगाने के लिए पूरा सिस्टम तैयार किया गया है। चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि चिकित्सा कर्मियों ने कोरोना काल में नि:स्वार्थ भाव से अपना फर्ज निभाया। इससे हम सब प्रथम एवं द्वितीय लहर का मुकाबला कर पाए। राज्य में चिकित्सा शिक्षा तथा चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया गया है। भविष्य में भी चिकित्सा के क्षेत्र में संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन मैनेजमेंट प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण है। सरकार द्वारा घर-घर सर्वे एवं दवा वितरण के अभियान के माध्यम से संक्रमण को रोकने में सफलता प्राप्त की गई। इस प्रकार के चिकित्सकीय मैनेजमेंट के आधार पर भविष्य में आने वाली समस्त स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर पाएंगे। समारोह में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह ने चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ. संजीव माहेश्वरी ने स्वर्णिम इतिहास से हीरक भविष्य की ओर पर अपने विचार व्यक्त किया। जेएलएन चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति जोशी ने किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री जगदीश चंद्र शर्मा, गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, सहसंयोजक श्री शक्तिप्रताप सिंह, क्कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह राठौड़ , विजय जैन सहित अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
चिकित्सा मंत्री ने किया इनका लोकार्पण चिकित्सा मंत्री ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के 13 करोड़ की लागत के नवनिर्मित सभागार (ऑडिटोरियम) का लोकार्पण कर उसका नाम डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार करने की घोषणा की। 5.20 करोड़ की कार्डियोलॉजी कैथ लैब, बहु उपयोगी रिसर्च यूनिट (एमडीआरयू) का कार्य 5.25 करोड़ की राशि से किया गया है। मेडिकल कॉलेज में1.4 करोड़ की लागत से स्किल सेन्टर का निर्माण किया गया। इसका भी चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री द्वारा लोकार्पण किया गया।
इनका किया अवलोकन
डॉ रघु शर्मा ने स्मार्टसिटी परियोजना के माध्यम से निर्माणाधीन विभिन्न विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने 50 करोड़ के सर्जिकल एवं ट्रोमा वार्ड का, 36.9 करोड़ के मेडिसिन ब्लॉक का, 6.93 करोड़ के पीजी गल्र्स हॉस्टल का, 26.83 करोड़ के शिशु रोग ब्लॉक एवं मल्टी स्टोरी पार्किग, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट तथा 1.65 करोड़ की मोर्चरी का अवलोकन किया।
डॉ रघु शर्मा ने स्मार्टसिटी परियोजना के माध्यम से निर्माणाधीन विभिन्न विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने 50 करोड़ के सर्जिकल एवं ट्रोमा वार्ड का, 36.9 करोड़ के मेडिसिन ब्लॉक का, 6.93 करोड़ के पीजी गल्र्स हॉस्टल का, 26.83 करोड़ के शिशु रोग ब्लॉक एवं मल्टी स्टोरी पार्किग, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट तथा 1.65 करोड़ की मोर्चरी का अवलोकन किया।
100 बेड के आइसोलेशन वार्ड का शिलान्यास डॉ. शर्मा ने स्मार्टसिटी के माध्यम से निर्मित होने वाले आइसोलेशन वार्ड का शिलान्यास किया। यह वार्ड संक्रामक रोग विभाग के भवन के पीछे निर्मित होगा। इस पर 7.2 करोड़ की लागत आएगी। यह भवन 700 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। इसमें भूतल के अलावा 3 मंजिलें होंगी। इसके बनने से चिकित्सालय को 100 बैड का आइसोलेशन वार्ड उपलब्ध हो जाएगा।