अजमेर

चंबल का जलस्तर गिरा, खतरा अभी नहीं टला

चंबल खतरे के निशान १३ मीटर ऊपर, चंबल के तटवर्ती गांवों को खाली कराएं
चंबल का जलस्तर का घटना शुरू हो गया। गुरूवार को चंबल का जलस्तर करीब दो मीटर नीचे पहुंच गया। हालांकि अभी भी चंबल खतरे के निशान से करीब १३ मीटर के ऊपर चल रही है। गुरूवार देर शाम जलस्तर १४२.५० पहुंच गया, जबकि बुधवार को जलस्तर १४४.६० था। चंबल नदी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से राहत के प्रयास और तेज कर दिए गए है।

अजमेरAug 06, 2021 / 01:34 am

Dilip

चंबल का जलस्तर गिरा, खतरा अभी नहीं टला

धौलपुर. चंबल का जलस्तर का घटना शुरू हो गया। गुरूवार को चंबल का जलस्तर करीब दो मीटर नीचे पहुंच गया। हालांकि अभी भी चंबल खतरे के निशान से करीब १३ मीटर के ऊपर चल रही है। गुरूवार देर शाम जलस्तर १४२.५० पहुंच गया, जबकि बुधवार को जलस्तर १४४.६० था। चंबल नदी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से राहत के प्रयास और तेज कर दिए गए है। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने चंबल के जलस्तर जल्द और कम हो जाने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि चंबल का जलस्तर बढऩे के साथ ही गांवों में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। धौलपुर, सरमथुरा, बाड़ी, राजाखेड़ा, सरमथुरा व बसेड़ी क्षेत्र के सौ से अधिक गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है। बाढ़ की स्थिति जिले सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
कलक्टर जायसवाल ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों राजाखेड़ा, बाड़ी व सरमथुरा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव में राहत पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने जिले के तहसीलदार, ग्राम विकास अधिकारी तथा पटवारी को पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिए। साथ ही चिकित्सा अधिकारियों को मेडिकल टीम अलर्ट मोड़ पर रखने के निर्देश दिए। गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों, बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। आमजन को आवश्यक दवा किट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए

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