5 मिनट तक हो सकती है बात वर्ष 2020 में 2021 में कोरोनावायरस के कारण बंदियों की परिजन से व्यक्तिगत मुलाकात बंद थी। वर्ष 2020 में अप्रेल से दिसंबर तक बंदी परिजन से फेस टू फेस मुलाकात नहीं कर सके। वर्ष 2021 में कोरोनावायरस कम हुआ तो जनवरी में मुलाकात वापस शुरू की गई। तकरीबन 25 दिनों तक फेस टू फेस मुलाकात जारी रही। कोरोना बढ़ा तो यह व्यवस्था वापस बंद कर दी गई। कोरोनाकाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेशभर के 9278 बंदियों की अपने परिजन से बात कराई गई। वहीं तीन लाख से अधिक बार बंदियों की फोन पर बात कराई गई। नियमानुसार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एक बंदी 5 मिनट तक अपने परिजन से बात कर सकता है।
अजमेर जेल के हालात अजमेर जेल में तकरीबन 10५0 बंदियों को रखे जाने की क्षमता है। वहीं हाई सिक्योरिटी जेल में लगभग २५० बंदी रखे जा सकते हैं। आंकड़े बताते हैं कि केंद्रीय कारागार में अक्सर क्षमता से ज्यादा बंदी होते हैं। विचाराधीन बंदी जरूर कम ज्यादा होते रहते हैं।
मुकेश भाटी, डिप्टी जेलर, अजमेर का कहना है जेल में बंदियों और परिजनों की व्यक्तिगत मुलाकात कर कोरोना बढऩे के कारण रोक लगाई गई है। वर्तमान में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात कराने की व्यवस्था है।