पुलिस के अनुसार सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र द्वितीय के कमांडेंट ने रिपोर्ट दी कि सिपाही भर्ती में शनिवार को आए दौसा जिले के सुरजन सिंह, मनीषकुमार मीणा और सवाई माधोपुर निवासी दिलकुश मीणा का बायोमैट्रिक मिलान नहीं होने पर संदेह गहरा गया। सीआरपीएफ अधिकारियों ने तीनों से सख्ती से पूछताछ की तो सच सामने आया। उन्होंने बताया कि दलाल के मार्फत उन्होंने लिखित परीक्षा में अपने स्थान पर तीन युवकों को भेज दिया। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण के बाद तीनों शनिवार को होने वाली शारीरिक दक्षता के लिए आए, लेकिन बायोमैट्रिक मिलान में फंस गए। ग्रुप केन्द्र के कमांडेंट की शिकायत पर रविवार रात पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
जयपुर का है दलाल पुलिस की प्रारम्भिक पड़ताल में सामने आया कि फर्जीवाड़े में जयपुर के दलाल की भूमिका है। पुलिस उनसे दलाल के संबंध में भी गहनता से पड़ताल में जुटी है। गौरतलब है कि गत दिनों सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र प्रथम में भी अभ्यर्थियों को फर्जी तरीके से परीक्षा दिलवाने के बाद पकड़े गए थे। पुलिस ने मामले में दलाल को गिरफ्तार किया था।