एसपी शर्मा ने बताया कि अनलॉक-3 में बड़ी संख्या में लोग दैनिक कार्यो व व्यापार के लिए बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में शहर में भीड़भाड़ बढ़ी है। ऐसे में जिले में हत्या, बलात्कार की घटनाएं भी पेश आई है। ऐसे में हालात में पुलिस को भी विशेष सतर्कता बरतते हुए निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। थाना क्षेत्र में सीएलजी सदस्यों की बैठक, पुलिस मित्र, जागरूक नागरिकों के साथ बैठक कर नाबालिग बच्चों के बाहर ना निकलने या अकेले नहीं छोडऩे और गांव-मोहल्ले में संदिग्ध के नजर आने पर तुरन्त पुलिस को सूचना देने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने थानाधिकारियों को होटल ढाबे की तलाशी, बंद मकानों की गश्त के दौरान चैक करने, तीन से चार की संख्या में नवयुवकों के किराए पर रहने पर उनकी तस्दीक करने, थाना क्षेत्र में रहने वाले पादरी, बांग्लादेशी व जुरायम पेशा कौम के लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। पावर बाइक्स पर चैन स्नैचिंग करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। अवैध हथियार रखने वालों पर निगरानी रखने के साथ, धार्मिक स्थल, बैंक, एटीएम, पेट्रोल पम्प और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की रात्रि गश्त में निगरानी व सुरक्षा सुनिश्चि करें।
बुजुर्गो की रखें निगरानी
बुजुर्गो की रखें निगरानी
एसपी थानाधिकारियों को थाना क्षेत्र में अकेले रहने वाले बुजुर्गो की बीट कांस्टेबल के माध्यम से निगरानी व सुरक्षा संबंधी जानकारी रखने, गली मोहल्ले में अच्छी क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित करें। थानाप्रभारी, बीट सिपाही के मोबाइल नम्बर उचित स्थान पर स्पष्ट अंकित करें। चालानशुदा आरोपियों से पूछताछ नोट एमओबी शाखा को नियमित भेजा जाए।
थानाधिकारी-जवान सादा वस्त्र में ना जाए
थानाधिकारी-जवान सादा वस्त्र में ना जाए
एसपी शर्मा ने जिले के थानाधिकारी व जवानों को अपराध के घटित होने पर घटनास्थल पर सादा वस्त्र में मौके पर पहुंचने को गलत ठहराया है। उन्होंने इसे पुलिस आचरण, नियमों के विरुद्ध माना है। उन्होंने पुलिस अधिकारी, जवान को बावर्दी, हथियार, सुरक्षा उपकरणों के जाने व घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचित करें।