पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि 14 जून को ब्यावर सिटी थाना क्षेत्र में बालिका से सामुहिक बलात्कार के मामले में वृत्ताधिकारी हीरालाल सैनी, थानाप्रभारी रमेन्द्र सिंह हाड़ा के निर्देशन में जिला स्पेशल टीम व साइक्लोन टीम समेत 20 पुलिस कर्मियों को आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाया गया। टीम के प्रयासों का सुपरविजन वह स्वयं के स्तर पर कर रहे थे। पुलिस दल ने बुधवार को टॉडगढ़ की दुर्गम पहाडिय़ों से राजसमंद भीम नन्दावट बेलड़ों का बाडिय़ा निवासी मुख्य आरोपी महेन्द्र सिंह पुत्र हीरासिंह रावत, 24 मील रावजी तालाब कूकड़ा निवासी कुशाल पुत्र गोविन्दसिंह रावत को गिरफ्तार किया। प्रकरण में मददगार राजसमन्द भीम आम्बा का बाडिया निवासी हरिसिंह पुत्र गोकुलसिंह रावत, पुष्पेन्द्र सिंह उर्फ भागू पुत्र शंकरसिंह रावत, राजसमन्द भीम रावजी का तालाब कूकड़ा निवासी गजेन्द्र पुत्र गोविन्द सिंह रावत को गिरफ्तार किया। आरोपी वारदात के बाद से दुर्गम पहाडिय़ों में फरारी काट रहे थे जबकि तीन मददगार लगातार रसद और पानी की व्यवस्था में जुटे थे।
सीसीटीवी बना मददगार एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि वारदात में साइक्लोन टीम को ब्यावर शहर के सीसीटीवी कैमरे से मदद मिली। पीडि़त बालिका को महेन्द्र सिंह रात की अंधेरे में उठाकर ले जाती धुंधली सी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सर्च अभियान शुरू किया। पहचान होने के बाद पुलिस ने आरोपी की मदद करने वालों की पहचान करते हुए हरिसिंह, पुष्पेन्द्र और गजेन्द्र सिंह रावत को पकड़ा। मददगार के गिरफ्त में आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को दबोचने में कामयाबी हासिल की।
नशे की झोंक में वारदात प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आरोपियों ने नशे की झोंक में वारदात अंजाम दी। वारदात के बाद पीडि़ता को झाडिय़ों में पटक गए जिसे पुलिस के गश्ती दल ने अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के सक्रिय होते ही आरोपी स्कूटर पर भीम-टॉटडगढ़ की पहाडिय़ों की तरफ भाग गए। इधर सुराग लगते ही पुलिस का सर्च अभियान शुरू कर दिया।
पांच दिन, 70 जवान एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि थानाधिकारी ब्यावर सिटी रमेन्द्र सिंह, थानाधिकारी जवाजा विमला चौधरी, टॉडगढ़ थानाधिकारी नरेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक अनिल देव, साइक्लोन टीम प्रभारी जगमाल दायमा, पांच हैडकांस्टेबल, पचास कांस्टेबल की टीम ने 5 दिन तक 20 मोटरसाइकिल व 4 चौपहिया वाहन में ग्रामीणों के वेश में सर्च अभियान चलाया।
दिन में ऊंचाई पर बैठते पुलिस पड़ताल में आया कि आरोपी रात के अंधेरे में जंगल में भेड़-बकरी चराने वालों के साथ नीचे उतरते थे। सुबह उजाला होने से पहले ऊंची पहाड़ी पर जाकर बैठ जाते। पुलिस वाहन या किसी अंजान व्यक्ति के नजर आते ही जंगल में एक पहाड़ी से दूसरी पहाड़ी पर आगे पहुंच जाते।
होटल में कर चुका है काम पुलिस पड़ताल में सामने आया कि मुख्य आरोपी कुशाल अजमेर की एक होटल में काम कर चुका है। कुशाल व महेन्द्र का पुलिस आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आरोपी आदतन नशेड़ी हैं। उनके खिलाफ शराब की तस्करी के भी मामले दर्ज हैं।