पीसांगन . आनासागर (anasagar)से तेज बहाव के साथ आ रहे पानी के कारण पीसांगन उपखंड़ क्षेत्र के डोडियाना के नाथूथला में पंचायत प्रशासन के पिछले 4 दिनों से एनीकट की पालो को मजबूती देने के लाख प्रयासो के बावजूद नाथूथला में सागरमती नदी के कैचमेंट एरिया(Catchment area) में निर्मित एनीकट(anicut) टूट गया। एनीकट टूटने के बाद एनीकट में भरा पानी अपने पूरे वेग के साथ नुरियावास कि ओर आगे बढ़ रहा है। जिसके कारण ऐसी आशंका जताई जा रही हैं कि पानी के तेज बहाव की भेंट नुरियावास व बुधवाड़ा में सागरमती नदी के बहाव क्षेत्र में बने एनीकट व रपटे चढ़कर टूट सकती है।भांवता ग्राम पंचायत के कार्यवाहक ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ लिपिक डालचंद जाटोलिया ने बताया कि आना सागर का पानी सबसे पहले पांच दिन पूर्व भांवता पंचायत के मजीतिया वाटर बक्स के पास स्थित एनीकट में पहुंचा।
RAJASTHAN HEAVY rain : सीकर में यहां आफत बनकर बरसा पानी, तीन गांवों के लोगों की जान पर बन आई जहां तेज बहाव के कारण कटाव आने पर पंचायत प्रशासन ने ग्रामीणों की मदद से बजरी के 400 से अधिक बैग भरवाकर पाल को मजबूती प्रदान करने में लगे हुए थे। लेकिन आनासागर से आते पानी का वेग अचानक बढ़ गया। जिसके कारण एक दिन पूर्व मजीतिया वाटर बोक्स के पास स्थित एनीकट पांचवे दिन आखिर कार टूट गया। मजीतिया एनीकट के टूटने के बाद इसका पानी नाथूथला एनीकट में पंहुचा। जिसकी वजह से भांवता के हरिजन बस्ती में मकानों में पानी घुस गया ओर इसके बाद यह एनीकट भी कलातो के कुंए के पास से टूट गया।
टोपा एनिकट की चली चादर मेवदाकलां क्षेत्र में अच्छी बरसात (rain)के चलते ग्राम टोपा के नीचे बना एनीकट छलक पड़ा। क्षेत्र के बाजटा, सुंदरपुरा सहित गांव में बरसात का सारा पानी ग्राम टोपा से गुजरते हुए एनीकट में पहुंचता है। एनीकट में अच्छी पानी की आवक के चलते लबालब है। इसके चलते चादर चल पड़ी। इसका सारा पानी बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam)से जुड़ी खारी नदी में मिलकर बांध का जलस्तर बढ़ा रहा है। एनीकट बीसलपुर बांध के डूब क्षेत्र में स्थित है। पिछले साल भी इस एनीकट की चादर नहीं चली थी। इस वर्ष क्षेत्र में अच्छे बरसात के चलते चादर चल पड़ी।