शहर में 16 और 17 अगस्त को मूसलाधार बारिश (heavy rian in ajmer) से आनासागर झील (anasagar lake) में पानी की आवक (water level) जबरदस्त बढ़ गई थी। इसकी भराव क्षमता 13 फीट है। जबकि इसका जलस्तर (water level increase) बढकऱ 15 फीट 11 इंच तक पहुंच गया। इसके चलते दो चैनल गेट (channel gate open) खोलने पड़े। लगातार 10 दिन से पानी की निकासी जारी थी। प्रशासन ने को दो चैनल गेट और खोल दिए ताकि ज्याद पानी की निकासी(water flows) हो सके। हाल में जलस्तर घटकर 12 फीट 9 इंच तक पहुंच गया। गेज नापने के बाज जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा (vishva mohan sharma) के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने चैनल गेट बंद कर दिए।
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पीसांगन-गोविंदगढ़ तक पहुंचा पानी
आनसागर का पानी सुभाष उद्यान के सामने एस्केप चैनल से निकलकर नेहरू अस्पताल के यूरॉलीज विभाग के पीछे होकर जयपुर रोड (jaipur road) , ब्रह्मपुरी, तोपदड़ा (topdara) , पालबीचला, जादूघर,अलवर गेट (alwar gate ) होकर आदर्श नगर (adarsh nagar) , खानपुरा तालाब (khan pura pond) तक पहुंचा। यहां से यह पीसांगन (pisangan) होता हुआ गोविंदगढ़ (govindgarah) तालाब तक पहुंच गया।
पीसांगन-गोविंदगढ़ तक पहुंचा पानी
आनसागर का पानी सुभाष उद्यान के सामने एस्केप चैनल से निकलकर नेहरू अस्पताल के यूरॉलीज विभाग के पीछे होकर जयपुर रोड (jaipur road) , ब्रह्मपुरी, तोपदड़ा (topdara) , पालबीचला, जादूघर,अलवर गेट (alwar gate ) होकर आदर्श नगर (adarsh nagar) , खानपुरा तालाब (khan pura pond) तक पहुंचा। यहां से यह पीसांगन (pisangan) होता हुआ गोविंदगढ़ (govindgarah) तालाब तक पहुंच गया।
read more: एक माह तक झेलने होंगे सडक़ के गड्ढे अजमेर में लगातार बरसा था पानी भादौ की घटाएं 16 और 17 अगस्त तक लगातार 26 घंटे तक बरसी (barish) थी। झमाझम बारिश (rain in ajmer) ने समूचे शहर को जलमग्न कर दिया था। जगह-जगह सडक़ों-चौराहों पर तेज रफ्तार से पानी उफन (water flows) पड़ा था। बाहरी इलाकों और निचली बस्तियों में गलियों और घरों में पानी घुस गया। इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आया था। मौसम विभाग (waether dept) ने सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 82.8 और सिंचाई विभाग ने 107 मिलीमीटर बरसात (चार इंच) दर्ज की थी।