जानकारी के अनुसार इस मर्तबा पाक जत्था छोटा हो सकता है। पूर्व में 432 पाक जायरीन को भारतीय विदेश मंत्रालय ने वीजा दिया था। लेकिन बदले हालात में पाक जायरीन की संख्या अब 200 के करीब रहने के आसार हैं। पाक जत्थे के अजमेर में ठहराव की अवधि भी कम की गई है। अब 6 जनवरी को आने के साथ 10 जनवरी को पाक जत्थे को अजमेर से विदा किया जाएगा। सिख धर्म के प्रथम गुरु नानकदेव की जन्मस्थली ननकाना साहिब पाकिस्तान में है। जिसके लिए पाक दूतावास द्वारा भारतीय श्रद्धालुओं को सिर्फ एक दिन का वीजा दिया जा रहा है।