रेल मंत्रालय की ओर से कुछ वर्ष पूर्व क्वालिटी काउंसलिंग ऑफ इंडिया के माध्यम से देश के रेलवे स्टेशन का सर्वे करके सफाई व्यवस्था की रैंकिंग जारी करने की व्यवस्था लागू की थी। इसके तहत पिछले साल देश के ए-वन 75 रेलवे स्टेशन और ए श्रेणी के 332 रेलवे स्टेशनों का सर्वे किया गया। तीन वर्ष पूर्व अजमेर रेलवे स्टेशन सफाई के मामले में देश में 20 वें स्थान पर, जबकि पिछले साल इसमें सुधार करके 18 वें स्थान पर पहुंचा।
बेहतर सुविधाओं के लिए मिला 5 एस प्रमाण-पत्र
रेल प्रशासन सफाई रैंकिंग की इस मैराथन को जीतने के लिए लगातार मशक्कत कर रहा है। स्टेशन पर 24 घंटे तीन पारियों में लगातार साफ-सफाई रखी जा रही है। इसके लिए स्टेशन पर छह अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। यही नहीं उच्च अधिकारी भी स्टेशन की सफाई पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं। इसी का परिणाम रहा कि 22 जून को क्वालिटी फोरम ऑफ इंडिया की ओर से अजमेर के रेलवे स्टेशन को 5 एस प्रमाण-पत्र से नवाजा गया।
रेल प्रशासन सफाई रैंकिंग की इस मैराथन को जीतने के लिए लगातार मशक्कत कर रहा है। स्टेशन पर 24 घंटे तीन पारियों में लगातार साफ-सफाई रखी जा रही है। इसके लिए स्टेशन पर छह अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। यही नहीं उच्च अधिकारी भी स्टेशन की सफाई पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं। इसी का परिणाम रहा कि 22 जून को क्वालिटी फोरम ऑफ इंडिया की ओर से अजमेर के रेलवे स्टेशन को 5 एस प्रमाण-पत्र से नवाजा गया।
पिछले साल पकड़ी थी रफ्तार रैंकिंग व्यवस्था में सिरमौर बनने के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे के अजमेर मंडल ने पिछले साल ही इस दौड़ में रफ्तार पकड़ ली थी। ए श्रेणी के रेलवे स्टेशन में अजमेर मंडल के मारवाड़ ने इस श्रेणी के 332 रेलवे स्टेशनों को पछाड़ते हुए पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि 2017 में यह स्टेशन देश में 168वें स्थान पर था। उदयपुर स्टेशन चौथे नंबर पर, जबकि 2017 में इसका स्थान 141वां था। इसी प्रकार भीलवाड़ा, फालना, आबूरोड और रानी स्टेशनों ने सफाई व्यवस्था के तहत 100 से भी अधिक रैंकिंग की छलांग मारते हुए देश के शीर्ष 10 स्टेशनों में स्थान हासिल किया।
इनका कहना है…
इनका कहना है…
पिछले साल के मुकाबले इस साल अजमेर स्टेशन पर सफाई व्यवस्था के मामले में खास सुधार किए गए हैं। शौचालय, डस्टबिन एरिया, रेलवे ट्रेक पर लगातार सफाई के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। हैल्थ इंस्पेक्टर और पर्यवेक्षक तैनात हैं। इस साल इस मामले में बेहतर परिणाम नजर आएंगे।
– महेश जेवलिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक