निगम में हर साल बजट बढ़ा कर ही पेश किया जाता रहा है। वर्ष वर्ष 2018-19 में 36 480.22 लाख का बजट रखा गया था। वहीं वर्ष 2019-20 में 37 146. 87 लाख का बजट रखा गया लेकिन इस बार इससे भी कम 36533.59 लाख का रखा गया है। इसमें राजस्व एवं पूंजीगत आय 24 134.10 लाख का रखा गया है, जबकि 31 717.50 लाख व्यय प्रस्तावित बताया गया है।
कम आय के कुछ उदाहरण 1. साइकिल स्टैंड पर 60 लाख रुपए के स्थान निगम को मात्र 21.24 लाख रुपए की आय हुई। इस बार 35 लाख रुपए का बजट ही रखा गया है।
2. सामुदायिक केंद्रो से 1 लाख की आय के स्थान पर मात्र 31 हजार रुपए ही मिले 3. दुकानों से 120 लाख रुपए की आय की आंकी गई जबकि एक रुपया भी नहीं मिला
4. तह बाजारी से 45 लाख रुपए के मुकाबले 34.54 लाख रुपए की ही आय हुई 5. पट्टे पर दी गई भूमियों से एक मूस्त 100 लाख की आय का अनुमान था लेकिन 1.75 लाख रुपए ही आए
6. भूमि विक्रय में से एडीए और आवासन मंडल से 1 रुपया भी नहीं वसूल पाए 7. विवाह समारोह स्थल पंजीकरण से 150 लाख रुपए की आय के मुकाबले 19.80 लाख रुपए ही मिले
8. होटल-रेस्टोरेंट अनुज्ञा पत्र से 40 लाख रुपए कमाने थे लेकिन 1 लाख 1 हजार रुपए की आय हुई किस पर कितना होगा खर्च! नगर निगम की आरे से स्मार्टसिटी योजना में इस बार भी कोई बजट नहीं रखा गया है। हालांकि अमृत योजना में एक हजार लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान रखा गया है, वहीं उर्स मेले पर 100 लाख रुपए, स्वच्छ भारत मिशन पर 30 लाख रुपए खर्चा प्रस्तावित है। इसी प्रकार सार्वजनिक रोशनी पर 800 लाख रुपए, सफाई पर 3000 लाख रुपए खर्च प्रस्तावित किया गया है।
सेप्टिक टैंक खाली कराने पर लगेंगे 1500 रुपए अजमेर. नगर निगम ने सेप्टिक टैंक की सफाई राशि बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा है। इसमें सेप्टिक टैंक खाली कराए जाने पर 1000 रुपए के स्थान पर 1500 रुपए शुल्क का प्रस्ताव रखा गया है। साथ ही आजाद पार्क का किराया 26 से बढ़ाकर 35 हजार किए जाने का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है। साधारण सभा में 29 संविदा कार्मिकों की सेवा अवधि बढ़ाने, स्मार्टसिटी के लिए एडवाइजरी कमेटी/बोर्ड का गठन करने व नगर निगम के जोन वाइज कार्यालय खोलने, फॉयसागर रोड का नाम शहीद अविनाश माहेश्वरी के नाम पर करने, आगरा गेट चौराहे से अग्रसेन चौराहा तक मार्ग को संत नामदेव मांर्ग रखने, बीमार/ दुर्घटनाग्रस्त पशुओं के लिए एक एम्बुलेंस क्रय करने, सभी पार्षदों को 10-20 रोड लाइट देने, आम के तालाब की पाल को विकसित करने सहित 30 प्रस्ताव शामिल किए गए हैं।