स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव उज्ज्वल राठौड़ ने नगर निगम तथा नगर पालिकाओं/ परिषदों के पुनर्गठन को मंजूरी देते हुए अधिसूचना जारी कर दी। इसके तहत अजमेर में अब 60 से बढकऱ 80 वार्ड हो गए हैं।
यह है वार्डों की नई स्थिति सामान्य वर्ग (General) के लिए 41 वार्ड निर्धारित किए गए हैं। इनमें 28 सामान्य तथा 13 महिला वार्ड निर्धारित किए गए हैं। 20 वार्ड एससी (SC) कैटेगरी में हैं। इनमें 7 महिला तथा 13 सामान्य वार्ड हैं। एसटी (ST) कैटेगरी में 2 वार्ड हैं। इनमें से 1 वार्ड महिला तथा एक सामान्य है। एसटी (ST Womer) महिला वार्ड पहली बार गठित किया गया है। ओबीसी (OBC) कैटेगरी में 17 वार्ड बनाए गए हैं। इनमें 11 सामान्य तथा 6 महिला वार्ड हैं।
पिछले माह सरकार ने अजमेर नगर निगम (Ajmer Nagar Nigam) के वार्डों का पुनर्गठन करते हुए इनकी संख्या 60 से 80 कर दी थी। इसके बाद इसका प्रारूप जारी करते हुए आपत्तियां मांगी गई थी। नगर निगम ने आपत्तियों पर अपनी टिप्पणी अंकित करते हुए प्रस्ताव सरकार को भेजा था। वार्डों के पुनर्गठन तथा संख्या में बढ़ोतरी के बाद अब शहर की राजनीति का परिदृश्य बदल जाएगा। कई दिग्गजों को दूसरे वार्ड तलाशने पड़ेंगे तथा कई नई चेहरे भी सामने आएंगे।
पिछले माह सरकार ने अजमेर नगर निगम (Ajmer Nagar Nigam) के वार्डों का पुनर्गठन करते हुए इनकी संख्या 60 से 80 कर दी थी। इसके बाद इसका प्रारूप जारी करते हुए आपत्तियां मांगी गई थी। नगर निगम ने आपत्तियों पर अपनी टिप्पणी अंकित करते हुए प्रस्ताव सरकार को भेजा था। वार्डों के पुनर्गठन तथा संख्या में बढ़ोतरी के बाद अब शहर की राजनीति का परिदृश्य बदल जाएगा। कई दिग्गजों को दूसरे वार्ड तलाशने पड़ेंगे तथा कई नई चेहरे भी सामने आएंगे।
नगर निगम में वार्ड बढकऱ 60 से 80 होने के कारण कई लोगों के चेहरे पर रौनक है। वे भविष्य पर नजरे लगाए बैठे है। भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनो ही पार्टियों में चुनाव लडऩे के इच्छुक नेता अपने-अपने क्षेत्र की पड़ताल कर रहे है। नए परिसीमन से कई नेताओं की जमीन खिसक गई है। वे अब नई जमीन तलाश कर रहे है। इसमें जातिगत समीकरण, क्षेत्र सहित कई अन्य बातों का ध्यान रखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम (Nagar Nigam Ajmer) में वर्तमान में महापौर धर्मेन्द्र गहलोत के नेतृत्व में भाजपा का बोर्ड है। इससे पहले नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड था।