टैक में छूट दिलाने के नाम पर वाराणसी के रेशम फर्म के मैनेजर संग हुई 1.87 करोड़ रुपए की ठगी मामले में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। वाराणसी पुलिस ने ठग गिरोह के सरगना समेत 4 ठगों गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही ठगी की सारी रकम भी बरामद कर ली है। इस कामयाबी के लिए पुलिस टीम को अब एक लाख रुपए का इनाम देने की भी घोषणा की गई है।
रेशम फर्म के प्रबंधक के साथ ठगी का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने चार अंतरराज्यीय बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक करोड़ 87 लाख नकद, सात मोबाइल, विभिन्न बैंकों के 8 एटीएम कार्ड आदि बरामद किए गए हैं।
पकड़े गए बदमाशों में नई दिल्ली के दशरथपुरी द्वारिका निवासी सचिन शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। सचिन शर्मा मूल रूप से अजमेर के नगीना बाग निवासी है। वह नगर निगम में कर्मचारी है और पिछले चार महीने से गायब है।
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने फिल्मी अंदाज में वारदात को अंजाम दिया। इनमें से तीन की गिरफ्तारी मुंबई से और एक की गिरफ्तारी दिल्ली एनसीआर से हुई है। यह है मामला
बंगलूरू की रेशम फर्म के मैनेजर अंकित शुक्ला के अनुसार उसके साले अश्वनी की मुलाकात कुछ दिन पूर्व अभिषेक और यश नाम के व्यक्तियों से हुई। दोनों ने अश्वनी को बताया था कि उनके अकाउंट संबंधी समस्याओं के समाधान की फर्म है और एक प्रतिशत कमीशन में हम टैक्स पर बड़ी भारी राहत दिलाते हैं। इस पर अश्वनी ने उन दोनों की मुलाकात हमसे करवाई और हमने दो करोड़ पर टैक्स की छूट की बात की थी।
अंकित ने बताया कि इसके बाद अपने साले अश्वनी के साथ 20 अप्रैल को अभिषेक और यश के ऑफिस में पहुंचा तो वहां दो बाउंसर संदीप और सोनू भी मिले।
थोड़ी देर बाद एक कमरे से सोनू और यश बाहर निकल गए। दूसरे कमरे में देखा तो वहां दो करोड़ रुपए के साथ ही अभिषेक भी नहीं था। इस पर अश्वनी और अंकित ने दौड़ा कर संदीप को पकड़ लिया और सूचना पुलिस को दे दी।
थोड़ी देर बाद एक कमरे से सोनू और यश बाहर निकल गए। दूसरे कमरे में देखा तो वहां दो करोड़ रुपए के साथ ही अभिषेक भी नहीं था। इस पर अश्वनी और अंकित ने दौड़ा कर संदीप को पकड़ लिया और सूचना पुलिस को दे दी।