एक सप्ताह से चल रही थी जांच निगम के प्रबंध निदेशक वी.एस. भाटी को एक सप्ताह पूर्व सूचना मिली थी कि प्रतापगढ़ में विद्युत कनेक्शन देने के लिए काम आने वाले सामान में स्टोर और सब डिवीजनस्तर पर अनियमितताएं की जा रही हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए प्रबंध निदेशक भाटी ने तुरंत अधीक्षण अभियंता मुकेश बाल्दी को जांच के आदेश दिए। बाल्दी एवं उप भंडार नियंत्रक मुकुल कुलश्रेष्ठ ने जांच की तो फ र्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
ऐसे हो रहा था फ र्जीवाड़े
ऐसे हो रहा था फ र्जीवाड़े
निगम की मुख्यालय की टीम ने प्रतापगढ़ स्टोर में जांच शुरू की तो पता चला कि 137 एसएस सेट से भरा ट्रक सप्लाई देने वाली फर्म शान्वी प्लास्टिक प्रोडक्ट जयपुर से चला लेकिन इसकी प्रतापगढ़ के स्टोर में कोई एन्ट्री नहीं मिली। यहां तैनात सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी.बुंदेला ने बताया कि ट्रक सीधे ही दलोट और अरनोद उपखंडों के सहायक अभियंता कार्यालयों में खाली करवा लिया गया है। इनमें 50 सेट अरनोद व 87 सेट दलोट में उतारे गए। जांच दल ने मौके पर जाकर देखा तो दोनों ही जगह सामान नही मिले। दलोट में दूसरी फ र्म के कुछ सेट मिले लेकिन शान्वी प्लास्टिक के सामान नहीं थे।
काम नहीं आई बहानेबाजी
काम नहीं आई बहानेबाजी
जिम्मेदार सहायक अभियंताओं एवं कर्मचारियों ने बहाना बनाया कि जयपुर से आए सेट फ ील्ड में अलॉट कर दिए गए। लेकिन वे जांचकर्ताओं को संतुष्ट नहीं कर सके। जब दबाव पड़ा तो सहायक नियंत्रक भंडार बुंदेला कार्यवाहक सहायक अभियंता अरनोद,नरेंद्र सिंह व कार्यवाहक सहायक अभियंता दलोट रविशंकर ने 25 अक्टूबर को फ र्म से सेट मिलने को बहाना बनाया लेकिन जांच में वे सेट भी दूसरी कंपनी के ही निकले।
फ र्म पर होगी एफ आईआर
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए निगम का विशेष जांच दल यह देखेगा कि इस तरह का फ र्जीवाड़ा कब से चल रहा है। इसके साथ ही स्टोर से आवंटित उपकरणों का भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। फ र्म शान्वी प्लास्टिक जयपुर के खिलाफ भी एफ आईआर दर्ज कराई जाएगी। प्रतापगढ़ के मुख्य स्टोर की ऑडिट करवाई जाएगी।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए निगम का विशेष जांच दल यह देखेगा कि इस तरह का फ र्जीवाड़ा कब से चल रहा है। इसके साथ ही स्टोर से आवंटित उपकरणों का भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। फ र्म शान्वी प्लास्टिक जयपुर के खिलाफ भी एफ आईआर दर्ज कराई जाएगी। प्रतापगढ़ के मुख्य स्टोर की ऑडिट करवाई जाएगी।
भाई की फर्म करती है ठेकेदारी
निलम्बित हुए सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी.बुंदेला के भाई की फर्म अजमेर डिस्काम के अजमेर सर्किल में ठेकेदारी करती है। बुंदेला पूर्व में दालोत सब डिवीजन का सहायक अभियंता भी रह चुका है। वह दो माह पूर्व ही सहाक भंडार नियंत्रक के पद पर लगा था। जयपुर से आए 135 एसएस सेट का आवंटन 10-15 सब डिविजनों को करना था लेकिन उसने दो सब डिवीजनों को ही यह आवंटन कर दिया गया।
निलम्बित हुए सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी.बुंदेला के भाई की फर्म अजमेर डिस्काम के अजमेर सर्किल में ठेकेदारी करती है। बुंदेला पूर्व में दालोत सब डिवीजन का सहायक अभियंता भी रह चुका है। वह दो माह पूर्व ही सहाक भंडार नियंत्रक के पद पर लगा था। जयपुर से आए 135 एसएस सेट का आवंटन 10-15 सब डिविजनों को करना था लेकिन उसने दो सब डिवीजनों को ही यह आवंटन कर दिया गया।