जगह-जगह नियाज
छठी की रस्म के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से आए जायरीन ने तबर्रुक पर नियाज दिलाई। अंजुमन सैयदजादगान की ओर से लंगर का आयोजन किया ग या। अंजुमन शेखजादगान की तरफ से भी नियाज दिला कर तबर्रुक तकसीम किया गया। गरीब नवाज सेवा समिति की अगुवाई में जायरीन को लंगर तकसीम किया गया। मालूम हो कि महाना छठी पर हर महीने जायरीन पहुंचते हैं।
चढ़ावे में निकले 10 लाख 54 हजार, दरगाह से हटाए पेटियां और बोर्ड
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में चढ़ावा राशि डालने के लिए लगी पीली पेटियों को खोला गया। अदालत द्वारा नियुक्त कमिश्नर की मौजूदगी में चढ़ावा राशि की गिनती की गई। पेटियों से 10 लाख 54 हजार रुपए का चढ़ावा निकला। इसे जिला एवं सेशन न्यायाधीश को सौंपा जाएगा।
दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन और खादिमों के बीच कानूनी लड़ाई में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, अगस्त 2014 में दरगाह समिति ने बैनर के साथ पीली दान पेटियां लगाई थीं। इसके बाद जायरीन चढ़ावा राशि डाल रहे हैं। यह पेटियां आस्ताना शरीफ-दरगाह परिसर में रखी हुई हैं।पांच घंटे चली गिनती
कोर्ट द्वारा नियुक्त कमिश्नर अजीत पहाडि़या की मौजूदगी में पीली दान पेटियां खोली गईं। इनमें डाली गई राशि की गिनती की गई। गिनती करीब पांच घंटे चली। इसमें निकले 10 लाख 54 हजार रुपए जिला एवं सेशन जज को सौंपे जाएंगे, जहां से इसे संबंधित पक्ष के खाते में जमा कराया जाएगा।