शहर के बीच से निकल रहा आनासागर एस्केप चैनल को लाइफ लाइन का इंतजार है। साबरमती रिवर फ्रंट और जयपुर के अमानी शाह नाले की तर्ज पर एस्केप चैनल का विकास अब तक नहीं हुआ है। इस पर नौकायन, वॉकिंग ट्रेक, पार्क एवं अन्य सुविधाएं विकसित की जानी हैं। स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रोजेक्ट का काम किया जाएगा।
पूर्व जिला कलक्टर गौरव गोयल ने पिछले साल टाटा कंसलटेंसी के अधिकारियों के साथ आनासागर एस्केप चैनल की विकास योजना पर चर्चा की थी। इसके तहत यह सामने आया कि आनासागर एस्केप चैनल शहर के लिए बेहद उपयोगी है।
इस पर वॉक-वे, पार्क एवं अन्य विकास कार्य करवाए जा सकते हैं। एस्केप चैनल झील से खानपुरा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक जाता है। इस दौरान कई बस्तियां, खाली जमीन, छोटे नाले एवं सडक़ें हैं।
स्मार्ट सिटी योजनान्तर्गत प्रोजेक्ट बनाकर इसका कायाकल्प कराया जाना है। टाटा कंसलटेंसी के अधिकारियों ने भी अधिकारियों के साथ एस्केप चैनल का मुआयना किय था। उन्होंने आनासागर झील, एस्केप चैनल के रास्ते और प्रोजेक्ट पर चर्चा की थी। इसके बावजूद साल भर से प्रोजेक्ट का अता-पता नहीं है। लोगों को साबरमती रिवर फ्रंट जैसे नजारे का बेसब्री से इंतजार है।