कड़ी सुरक्षा के बीच उदयपुर-दिल्ली चेतक एक्सप्रेस से शनिवार तडक़े 2 बजे पाकिस्तानी जायरीन अजमेर पहुंचे। उन्हें पुलिस और सीआईडी के अधिकारी कड़ी सुरक्षा में स्टेशन से बाहर लाए। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के शहर में कदम रखते ही जायरीन भावुक हो गए।
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स्टेशन पर कई पाक जायरीन सिर झुकाकर इबादत करते दिखे। कई जायरीन स्टेशन पर जमीन और दरवाजे को चूमते नजर आए। उन्होंने दोनों हाथ उठाकर भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में सौहार्द और शांति की दुआ की।पाकिस्तान से लाए चादर पाक जायरीन अपने साथ सलमा-सितारों की चादर भी साथ लेकर आए। अजमेर आने की तमन्ना पूरी हुई तो उनकी खुशियां बढ़ गई। पाक जत्था ख्वाजा साहब की दरगाह में चादर पेश करेगा।
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URS 2020 : भर दे झोली मेरी या मोहम्मद ……… कड़ी सुरक्षा में बैठा बसों मेंरेलवे स्टेशन पर खड़ी बसों में पाकिस्तानी जत्थे को कड़ी सुरक्षा में बैठाया गया। पुलिस और सीआईडी के अधिकारियों ने गिनती कर बसों में जायरीन को बैठाया। बसें जायरीन को लेकर पुरानी मंडी स्थित सेंट्रल गल्र्स स्कूल पहुंची। यहां जायरीन को विभिन्न कमरों में ठहराया गया। स्कूल के आसपास हथियारबंद जवान, पुलिस कमांडो तैनात किए गए हैं।
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दो साल बात आया जत्थापाक जत्था साल 2017 में गरीब नवाज के उर्स में अजमेर आया था। इसके बाद उड़ी और बालाकोट हमले के कारणपाक जत्थे को उर्स में आने की इजाजत नहीं मिली। हाल में दोनों देशों के बीच करतारपुर साहिब गलियारा बना है। इसके बाद दोनों देशों में फिर से परस्पर जत्थों की आवाजाही शुरू हुई है।